Flood in Bihar : गंगा लाल निशान के पास, कहलगांव व जमालपुर रेलखंड में पेट्रोलिंग शुरू
गंगा नदी का दबाव जमालपुर से कहलगांव के बीच कई रेल पुल पर पड़ने लगा है. सुलतानगंज, कल्याणपुर व गनगनियां के पास रेल लाइन के नीच पत्थर व बालू डाला जा रहा है. सबौर, लैलख व कहलगांव रेलखंड में भी पटरी की निगरानी के लिए पेट्रोलिंग तेज कर दी गयी है.
भागलपुर : नेपाल से आ रही गंगा की सहायक नदियों का प्रेशर बढ़ने व दो दिनों तक बारिश के अनुमान से गंगा नदी का जलस्तर एक दो दिनों में बढ़ सकता है. गंगा नदी का जलस्तर बुधवार को बक्सर व पटना जिले में बढ़ा है. भागलपुर जिले में जलस्तर स्थिर है. बुधवार को भागलपुर जिले में गंगा नदी का जलस्तर पांच सेंटीमीटर घट कर 31.96 मीटर तक पहुंचा,जो खतरे के निशान 33.68 मीटर से 1.72 मीटर दूर है. गंगा नदी का दबाव जमालपुर से कहलगांव के बीच कई रेल पुल पर पड़ने लगा है. सुलतानगंज, कल्याणपुर व गनगनियां के पास रेल लाइन के नीच पत्थर व बालू डाला जा रहा है. सबौर, लैलख व कहलगांव रेलखंड में भी पटरी की निगरानी के लिए पेट्रोलिंग तेज कर दी गयी है.
फरक्का बराज के पास गंगा खतरे से ऊपर
फरक्का बराज का गेट खोलने से गंगा नदी के जलस्तर में आंशिक कमी आयी है. बैराज के पास गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. ऐसे में साहिबगंज, कहलगांव, भागलपुर, सुलतानगंज तक के गंगा तटों पर पानी का तेज दबाव बना है. शहर के गंगा घाट, दियारा क्षेत्र व सबौर, कहलगांव के निचले इलाके में गंगा नदी का पानी धीरे-धीरे प्रवेश कर रहा है. शहर से सटे दियारा इलाके से पशुपालकों व किसानों का पलायन जारी है. हनुमानघाट, मायागंज स्थित विसर्जन घाट, खिरनीघाट, छोटी खंजरपुर घाट, माणिक सरकार घाट, उपकार क्लब घाट, बूढ़ानाथ घाट, सखीचंद घाट, किलाघाट व भूतनाथ मंदिर घाट समेत टीएमबीयू प्रशासनिक भवन के पीछे स्थित गंगाघाट पर पानी का प्रेशर बरकरार है.
सुलतानगंज-कल्याणपुर रेलखंड के बीच बाढ़ राहत कार्य शुरू
गंगा के जलस्तर में लगातार इजाफा होता रहा, तो 48 घंटे में रेलवे पुल-पुलिया को बाढ़ का पानी छू जायेगा. सुलतानगंज-कल्याणपुर के बीच पुल-पुलियों के पास बोल्डर, मिट्टी और बालू का भराव शुरू हो गया है. हालांकि बाढ़ को लेकर रेलवे की पूरी टीम अलर्ट है. अभी साहिबगंज-जमालपुर सेक्शन पर बाढ़ का पानी रेलवे ट्रैक से दूर है.
लैलख-सबौर रेलखंड में पेट्रोलिंग तेज
साहिबगंज-जमालपुर के बीच सबौर, लैलख, एकचारी, गनगनिया, कल्याणपुर का इलाका बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है. पेट्रोलिंग और मोबाइल टीम को निगरानी में लगाया गया है. इन जगहों पर हर साल बाढ़ का पानी पहुंच जाता है. गंगा का जलस्तर बढ़ने से यहां खतरा बढ़ा रहता है.
posted by ashish jha