Flood in Bihar: बाढ़ प्रभावित लोग एक तरफ जीवन बचाने की जद्दोजहद कर हैं ,तो दूसरी ओर नवगछिया प्रशासन बाढ़ से इंकार कर रहा है. नवगछिया अनुमंडल पदाधिकारी उत्तम कुमार के अनुसार नवगछिया में बाढ़ कहीं नहीं हैं. उन्होंने बताया कि केवल निचले भाग में पानी हैं. किसी के घर में बाढ़ का पानी प्रवेश नहीं किया है. पसधुआ एवं सहोड़ा गांव में बाढ़ का पानी केवल निचले भाग में प्रवेश किया है. सधुआ गांव में एक हजार से अधिक लोगों के घर में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. बाढ़ प्रभावित लोग जीवन बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहें है. सधुआ गांव के लोगों का सड़क संपर्क पूरी तरह भंग हो गया है.
Flood in Bihar: बाढ़ से परेशान लोग
कोसी नदी बढ़ने से स्थिति और भयावह है. गांव के लोग जान हथेली पर रखकर मुख्य सड़क व बाजार पहुंचते हैं. बाढ़ का पानी चापरहाट बाजार में प्रवेश कर गया है. चापर बाजार में मो सद्दाम, अजय पासवान सहित दो दर्जन दुकानों में बाढ़ का पानी प्रवेश किया है. सब्जी हाट में बाढ़ का पानी आ गया है, जिससे दर्जनों सब्जी विक्रेता परेशान है. यूकों बैंक में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. प्राथमिक विद्यालय चापरहाट, मवि चापरहाट, इंटरस्तरीय उवि चापरहाट में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. बाढ़ का पानी होकर छात्र स्कूल पहुंचते हैं. तटबंधों पर बाढ़ के पानी को दबाव को लेकर नवगछिया एसपी पूरण कुमार झा ने गोपालपुर व इस्माइलपुर में तटबंध का जायजा लिया. मौके गोपालपुर थानाध्यक्ष, इस्माइलपुर थानाध्यक्ष व अन्य पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे. एसपी ने वहां पर स्थानीय ग्रामीणों से बात की.
Flood in Bihar: ब्रह्मोत्तर बांध से प्रखंड मुख्यालय की ओर जाने लगा पानी
गंगा व कोसी के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है. इस्माईलपुर-बिंद टोली में मंगलवार की सुबह गंगा खतरे के निशान से 87 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. ब्रह्मोत्तर बांध का मरम्मत नहीं होने के कारण सुकटिया बाजार-सैदपुर सड़क मार्ग की पुलिया से पानी प्रखंड मुख्यालय की ओर बढ़ने लगी है. हजारों एकड़ में लगी फसल भी डूब जायेगी. प्रखंड मुख्यालय से लेकर उच्च विद्यालय सैदपुर व इंटरस्तरीय प्रोजेक्ट विद्यालय तक पहुंच जाएगा. खेतों में लगी मिर्च व बैगन आदि फसल डूबने लगी है. जलस्तर बढ़ने के बाद इस्माईलपुर बिंंद टोली, ज्ञानी दास टोला आदि जगहों पर पानी का काफी दवा बना हुआ है. ब्रह्मोत्तर बांध पर पानी के बहाव को रोकने के लिए जल संसाधन विभाग के द्वारा कुछ जगहों पर बालू भरी बोरी देकर पानी के बहाव को रोकने का प्रयास किया गया है. गोपालपुर व रंगरा प्रखंड के दर्जनों पंचायतों में बाढ का गंभीर खतरा आने वाले दिनों में हो सकता है.