सरकारी निर्देश के बाद भी कई बाढ़ पीड़ितों ने जीआर राशि नहीं मिलने से आक्रोशित हो सोमवार को प्रखंड मुख्यालय पर पंचायत के मुखिया व जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में नारेबाजी की. प्रखंड मुख्यालय पर इतनी भीड़ हो गयी कि पीरपैंती पुलिस को विधि व्यवस्था के लिए परिसर में अधिकारियों को बुलाना पड़ा. जिप उपाध्यक्ष ने बताया कि ग्रामीण जीआर राशि वितरण सूची में नाम नहीं होने से आक्रोश है. अंचल प्रशासन से सूची में वंचितों का नाम जोड़ उन्हें भी सरकारी लाभ दिया जाय. मुखिया पवन यादव, लक्ष्मण यादव, पिन्टू यादव, कुंदन यादव ने बताया कि वर्ष 2021 में 24 हजार लोगों को जीआर राशि मिली थी, लेकिन इस बार करीब 10 हजार लोगों का नाम सूची से हटा दिया गया है. बाढ़ अनुश्रवण समिति की बैठक में जो बात हुई थी, उंसके अनुसार अंचल प्रशासन काम नहीं कर रहा है. सुबह से ग्रामीण उनलोगों के दरवाजे पर शाम तक बैठे रहते हैं कि कब उनका पैसा खाता में आयेगा. मानिकपुर मुखिया प्रतिनिधि गुंजन साह ने कहा कि हमारे पंचायत के 12 वार्ड बाढ़ से प्रभावित है. लोगों के घरों में सप्ताह से भी ज्यादा पानी घुसा रहा, लेकिन मानिकपुर पंचायत को सुखाड़ क्षेत्र घोषित कर दिया गया है. सीओ मनोहर कुमार, बीडीओ अभिमन्यु कुमार, जिप उपाध्यक्ष पप्पू यादव ने ग्रामीणों को उचित जांच कराने व वंचितों को जीआर राशि दिलवाने का भरोसा दिया. सीओ ने बताया कि वर्ष 2021 में कुल 18148 लोगों को जीआर राशि मिली है, इस साल अब तक 14 हजार लोगों को जीआर राशि दी जा चुकी है. साइट बंद हो गया है, जिला से बात की गयी है. सभी मुखिया से वंचितों के फॉर्म व सूची लेकर राजस्व कर्मचारी व विकास मित्र से जांच करा बचे लोगों का जल्द ही इंट्री कराने को कहा, ताकि उन्हें मुआवजा राशि दिलायी जा सके. सांसद प्रतिनिधि झुंपा सिंह ने प्रभारी मंत्री से मिल कर प्रखंड में जीआर राशि में हुई समस्या से अवगत कराया व वंचित लोगों को सरकारी लाभ दिलवाने की मांग की.
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