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उप नगर आयुक्त के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन

बिना पब्लिक हियरिंग के ही भोलानाथ फ्लाइओवर ब्रिज का निर्माण महीनाें से जारी है. अनियोजित निर्माण कार्य की वजह से क्षेत्र के हजारों लोगों को पेयजल संकट, जलजमाव, आवागमन में बाधा आदि समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 3, 2024 10:33 PM

बिना पब्लिक हियरिंग के ही भोलानाथ फ्लाइओवर ब्रिज का निर्माण महीनाें से जारी है. अनियोजित निर्माण कार्य की वजह से क्षेत्र के हजारों लोगों को पेयजल संकट, जलजमाव, आवागमन में बाधा आदि समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है. लोगों की परेशानियों को प्रभात खबर लगातार उठाते रहा है. सोमवार के अंक में भी प्रभात खबर ने प्रबुद्धजनों की ओर से उठायी गयी आवाज को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया. जिस पर प्रदेश के नगर विकास एवं आवास विभाग की ओर से संज्ञान लिया गया. इसके साथ ही नगर आयुक्त नितिन कुमार सिंह ने वार्ड 36, 37 व अन्य संबंधित वार्ड के प्रबुद्धजनों व पीड़ित लोगों के साथ बैठक की. बैठक में निर्माण एजेंसी, संबंधित विभाग के पदाधिकारी शामिल हुए. बैठक में उप नगर आयुक्त राजेश पासवान की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया. इसमें कार्यपालक अभियंता के अलावा जलकल शाखा के सदस्य आदि शामिल रहेंगे. इतना ही नहीं तीन दिनों के अंदर लोगों की समस्या और निर्माण एजेंसी की लापरवाही की रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया गया. बैठक में स्थानीय सीनियर सिटीजन के नाते वरिष्ठ पत्रकार दीपक कोचगवे ने जोरदार ढंग से जनता की समस्या और समाधान से अवगत कराया. पार्षद अमित कुमार टिंकल ने कहा कि निर्माण एजेंसी बिना पानी के ही निर्माण कार्य कैसे करा रहा है. इसपर ध्यान देने की जरूरत है. नाला को जाम करके पानी को एकत्र करके काम कर रहा है, जबकि गड्ढे से निकाले गये मिट्टी का उठाव नहीं करने से राहगीरों को चलने में दिक्कत हो रही है. जगह-जगह पाइपलाइन कटने से पेयजल संकट गहरा गया है. सीधे तौर पर 15 हजार की आबादी प्रभावित है. बैठक में निर्माण एजेंसी ने भी कई गलतियों को स्वीकार किया.

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नगर आयुक्त डीएम को सौंपेंगे रिपोर्ट

भोलानाथ पुल के निर्माण की वजह से लोगों को हो रही समस्याओं की जांच के लिए नगर आयुक्त नितिन कुमार सिंह ने उप नगर आयुक्त की अध्यक्षता में टीम गठित कर दी. जांच रिपोर्ट मिलने के बाद नगर आयुक्त डीएम को सौंपेंगे. बैठक में शामिल 30 से अधिक स्थानीय लोगों ने बताया कि पुल निर्माण के दौरान कार्यदायी कंपनी की ओर से वैकल्पिक रास्ता नहीं बनाया गया. इस वजह से कई गलियों से निकल कर मुख्य रास्ते तक आना भी मुश्किल हो गया है. पाइपलाइन टूटने से लगभग 500 घरों की जलापूर्ति बाधित हो गयी है. मुख्य सड़क की स्थिति भी काफी खराब है. इस मौके पर लल्लू तिवारी, नीलू भट्टाचार्य, मो करीमुद्दीन सिद्दीकी, बालकृष्ण पोद्दार आदि उपस्थित थे.

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