Bhagalpur news जरूरतमंदों में निःशुल्क भोजन वितरित
Free food distributed among the needy
बाबा गणिनाथ सेवा समिति के तत्वावधान में जरूरतमंदों में निःशुल्क भोजन वितरण कार्यक्रम हर सप्ताह की तरह तीसरा सप्ताह भी नवगछिया के रेलवे स्टेशन परिसर में किया गया. कार्यक्रम में नवगछिया निवासी जो वर्तमान में बेंगलुरु में रह रहे राजेन्द्र यादुका व अमित यादुका ने मां के मृत्युपरांत उनकी स्मृति में उनकी आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि दे जरूरत मंद लोगों के लिए भोजन वितरण में अपना सहयोग दिया. कार्यक्रम की शुरुआत स्व अनिता यादुका के तैलचित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर दो मिनट का मौन रख किया गया. पूरी, सब्जी, बुनिया व खीर की व्यवस्था की गयी थी. सभी जरूरतमंद लाइन में लग आनंद पूर्वक भोजन ग्रहण किया. बाबा गणिनाथ सेवा समिति के सदस्य के साथ रेलवे प्रशासन व शोकाकुल परिवार के सभी परिजन लगे थे. कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष पंकज कुमार भारती ने बताया कि य़ह सेवा हमारी संस्था प्रत्येक शनिवार को देती है. ठंड को देखते हुए आगे के कार्यक्रम जरूरतमंदों में कंबल का वितरण होगा. कार्यक्रम में समिति के सचिव संदीप कुमार गुप्ता, उपाध्यक्ष अशोक गुप्ता, विवेकानंद कुमार, शशि शेखर कुमार, नीरज कुमार, नवीन साह, धर्मेंद्र कुमार, डॉ पंकज साह, रंजीत कुमार, रूपेश कुमार, मुकेश कुमार साह, घनश्याम प्रसाद, सुबोध कुमार, मनोज यादुका, श्रवण यादुका, अमित यादुका, विक्की कुमार, पिंटू यादुका संदीप यादुका, कैलाश यादुका, किशन यादुका, ओम प्रकाश यादुका, राजेश सराफ, विजय शर्मा, संतोष अग्रवाल, दीपक यादुका, दयानंद यादुका, इंस्पेक्टर मृणाल कुमार, सुबोध कुमार समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे.
गंगा मुक्ति आंदोलन का 43वां वर्षगांठ समारोह दो दिवसीय होगा : योगेन्द्र सहनी
कहलगांव गंगा मुक्ति आंदोलन का 43वां वर्षगांठ मनाने को लेकर शनिवार को योगेंद्र सहनी की अध्यक्षता में गंगा मुक्ति आंदोलन की बैठक हुई. निर्णय लिया गया कि गंगा मुक्ति आंदोलन के 43वां वर्षगांठ पर 22 व 23 फरवरी को दो दिवसीय सम्मेलन होगा. वरिष्ठ कार्यकर्ता उदय ने बताया कि इस सम्मेलन में फ्री फिशिंग एक्ट, विक्रमशिला सेंचुरी, मछुआ कार्ड, आजीविका, फरक्का बराज, विस्थापन, खेती किसानी, जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग, वैकल्पिक मत्स्य पालन, कैडर बिल्डिंग, प्रशिक्षण आदि विषयों पर चर्चा होगी. दो दिवसीय सम्मेलन में देश भर से एक्टिविस्ट, नदी वैज्ञानिक, पत्रकार, सांस्कृति कर्मी, मछुआ, किसान भाग लेंगे. राहुल ने कहा कि गंगा बचाना आजीविका, आस्था और अस्तित्व के लिए जरूरी है. अध्यक्षता करते हुए योगेंद्र सहनी ने कहा कि सभी कार्यक्रम गंगा किनारे होंगे और रहने की व्यवस्था धर्मशाला और होटल में की जायेगी. 16 जनवरी को तैयारी समिति की बैठक होगी, जिसमें जन प्रतिनिधि, राजनीतिक कार्यकर्ता और गणमान्य लोगों को बुलाया जायेगा.बैठक में अर्जुन सहनी, सुबोध सहनी, लक्ष्मी सहनी, ज्ञान सहनी, मनोहर सहनी, पप्पू सहनी, पंकज सहनी मौजूद थे.
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