बिहार: पिछले वर्ष से दोगुने दाम में बिक रहे फल, सेब 240 रुपये तो अंगूर, मौसमी और अनार की कीमत भी आसमान पर
खाद्यान्न पर पहले ही महंगाई की मार है और अब कोरोना से बचाव में काम आने वाला फल भी आम लोगों की जद से दूर हो रहा है. कोरोना महामारी में फलों की मांग अधिक होने के कारण भाव में उछाल आया है. इतना ही नहीं पिछले वर्ष से दोगुनी कीमत पर फल मिल रहे हैं. सेब 240 रुपये किलो, अंगूर, मौसमी, संतरा व अनार 140 से 150 रुपये किलो बिक रहे हैं.
खाद्यान्न पर पहले ही महंगाई की मार है और अब कोरोना से बचाव में काम आने वाला फल भी आम लोगों की जद से दूर हो रहा है. कोरोना महामारी में फलों की मांग अधिक होने के कारण भाव में उछाल आया है. इतना ही नहीं पिछले वर्ष से दोगुनी कीमत पर फल मिल रहे हैं. सेब 240 रुपये किलो, अंगूर, मौसमी, संतरा व अनार 140 से 150 रुपये किलो बिक रहे हैं.
महंगाई के इस दौर में फल खरीदने के लिए लोगों की जेब पहले की अपेक्षा अधिक ढीली हो रही है. लोग जायें तो कहां जायें. हालांकि मौसमी फल खीरा, तरबूज, खरबूज आदि राहत दे रहा है. एक सप्ताह बाद लोकल आम व लीची अधिक मात्रा में बाजार में आ जायेगा और लोगों को आसानी से सस्ते दाम पर उपलब्ध होने की उम्मीद है.
फलों की आवक कम, कोरोना से बचाव को लेकर बढ़ी मांग: कोरोना की दूसरी लहर में लगे लॉकडाउन में शहर की फल मंडी में फलों की आवक कम हो गयी है. कोरोना से बचाव को लेकर फलों की मांग बढ़ गयी है. दूसरे राज्यों से माल कम आ रहे हैं. ट्रांसपोर्टिंग चार्ज में भी बढ़ोतरी हो गयी है. ऐसे में फलों के भाव आसमान छू रहे हैं. 20 दिन के अंदर फलों की कीमत में 50 से लेकर 70 रुपए प्रति किलो का इजाफा हुआ है. सबसे ज्यादा ऑफ सीजन वाले फलों की कीमत में आग लगी है. महंगे भाव होने के कारण हर कोई फल खरीद नहीं पा रहा है.
फल कारोबारियों की मानें तो विदेशों से आयातित फलों के दाम अधिक बढ़ गये हैं. थोक फल कारोबारी मो. साहेब ने बताया कि मांग के अनुरूप आपूर्ति नहीं हो रही है. कोरोना महामारी के कारण कई राज्यों में लॉकडाउन लगा है. माल आने में भी समय लग रहा है. मंडी में फलों का शॉर्टेज है. उन्होंने बताया कि अधिकतर ऑफ सीजन फल कोल्ड स्टोरेज से आ रहे हैं. मरीजों को पोषक तत्व देने के लिए फलों की अधिक डिमांड है.
मंडी में अभी कश्मीर के कम और ज्यादा विदेशी सेब दिख रहे हैं. इस वक्त न्यूजीलैंड, अमेरिका व आस्ट्रेलिया के सेब छाये हुए हैं. नारंगी मलेशिया, न्यूजीलैंड से किवी, नासिक से अनार, हैदराबाद से मौसमी आ रहा है. कोरोना काल में मार्च से संतरे की किल्लत है. इसी जगह मालटा बिक रहा है, वह भी महंगा. सेब के अलावा अनार, अंगूर, लीची, पपीता, खरबूजा, खीरा, आम बिक रहे हैं. भागलपुर के घंटाघर चौक व आसपास क्षेत्र में फलों के लिए लोगों की भीड़ लगी रहती है. पुलिस की तत्परता पर समय पर दुकानें बंद हो जाती हैं. बिहार में पिछले वर्ष से दोगुने दाम में बिक रहे फल तथा Hindi News से अपडेट के लिए बने रहें।
फल- पिछले वर्ष की कीमत-वर्तमान कीमत
सेब- 160- 220-240 रुपये किलो
नारंगी- 90 से 100 रुपये किलो-140 रुपये किलो
अनार-80 से 100 रुपये किलो-140 रुपये किलो
मौसमी-60 रुपये किलो-140 रुपये किलो
अनानास-40 रुपये पीस-60 से 80 रुपये पीस
किवी-30 रुपये पीस-60 रुपये पीस
POSTED BY: Thakur Shaktilochan