दो युवकों की एक साथ निकली अर्थी, माहौल गमगीन
सड़क हादसे में मृत दोनों युवकों की एक साथ अर्थी निकाली गयी, तो मााहौल गमगीन हो गया
दयालपुर चौक पर बुधवार को सड़क हादसे का शिकार बलाहा गांव के पिता विंदेश्वरी सिंह व मां शिरोमणि देवी का छोटा पुत्र नीतीश कुमार तत्काल टिकट बनवाने के लिए मनीष कुमार के साथ अल सुबह साढ़े तीन बजे नवगछिया रेलवे स्टेशन के लिए निकले था. नीतीश यह सोचकर घर से चला था कि टिकट काउंटर पर वह पहले नंबर पर लग कर तत्काल टिकट बनवा लेगा. तत्काल टिकट बनने पर वह गुरुवार को भागलपुर रेलवे-स्टेशन से कोई एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ कर पुणे के लिए रवाना होता. वह किसी कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर काम करता था, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था. 19 अप्रैल को नीतीश की शादी लखीसराय जिला मननपुर थाना क्षेत्र के इटोंन गांव के सुधीर मेहता की पुत्री सुजाता कुमारी उर्फ संगीता कुमारी से हुई थी. शादी के डेढ़ महीने में ही सुजाता का सुगाह उजड़ गया. उसके चीत्कार से आसपास का माहौल गमगीन हो गया. नीतीश के साथ सड़क हादसे का शिकार हुआ दूसरा युवक मनीष बलाहा स्थित अपने ननिहाल में रह कर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहा था. मनीष इसी वर्ष जयप्रकाश महाविद्यालय नारायणपुर से स्नातक का कोर्स पूरा किया था. मनीष तीन भाइयों में सबसे बड़ा था. मनीष खगड़िया जिला थाना अलौली के अर्जुन कुमार सिंह व तेतरी देवी का पहला बेटा था. नीतीश के कहने पर वह उसके साथ उसके लिए तत्काल टिकट बनवाने सुबह नवगछिया रेलवे-स्टेशन के लिए बाइक से निकला था. बुधवार की सुबह इलाके में जिसकी भी नींद खुली सबसे पहले यही घटना की चर्चा सुनने को मिली. परिजनों के चीत्कार से इलाके का माहौल गमगीन हो गया है. बलाहा गांव से दो होनहार युवकों की अर्थी एक साथ निकली. जिसने भी यह दृश्य देखा उसका हृदय द्रवित हो गया. वार्ड सदस्य चितरंजन सिंह कुशवाहा व श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि बलाहा गंगाघाट में अंतिम संस्कार किया गया. दोनों मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
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