Bhagalpur newsरिवरफ्रंट की तरह विकसित होगा गंगा तट, भूमि पूजन कर कार्य शुरू
उत्तरवाहिनी गंगा तट को रिवरफ्रंट की तरह विकसित करने का कार्य शुरू हो गया है. टेंडर के बाद बुधवार को भूमि पूजन हुआ. साइड पर मिले एक कर्मी ने बताया कि भूमि पूजन के बाद प्रारंभिक कार्य शुरू हो गया है.
शुभंकर, सुलतानगंज उत्तरवाहिनी गंगा तट को रिवरफ्रंट की तरह विकसित करने का कार्य शुरू हो गया है. टेंडर के बाद बुधवार को भूमि पूजन हुआ. साइड पर मिले एक कर्मी ने बताया कि भूमि पूजन के बाद प्रारंभिक कार्य शुरू हो गया है. 160 करोड़ से निर्माण डेढ़ साल में करने का लक्ष्य है. गंगा किनारे दो बड़े किरान, कर्मी व मजदूर कार्य में लगे हैं. जमीन का सीमांकन काा कार्य तेज कर दिया गया है. सुलतानगंज में मूल स्वरूप में सालों भर बहेगी उत्तरवाहिनी गंगा विधायक प्रो ललित नारायण मंडल ने सीएम नीतीश कुमार से मिल कर सुलतानगंज के गंगा तट पर रिवर फ्रंट बनाने की मांग की थी. सीएम के आश्वासन के बाद सुलतानगंज में मूल स्वरूप में गंगा उत्तरवाहिनी होकर सालों भर बहेगी. सुलतानगंज में गंगा 20 साल पूर्व उत्तरवाहिनी बहती थी. अजगैवीनाथ मंदिर के चारों ओर गंगा का पानी रहता था. चैनल से गंगा को उत्तरवाहिनी स्वरूप प्रदान किया जायेगा. विधायक ने इसके लिए सीएम का आभार व्यक्त किया है. पर्यटकों को मिलेगी सुविधा, बनेगा दर्शनीय क्षेत्र सीएम के आश्वासन पर जल संसाधन मंत्री ने विधायक से सारी जानकारी लिखित में देने को कही थी. विधायक ने मंत्री को पत्र में डिटेल्स सौंपा था. स्वीकृति मिलते ही कार्य अब धरातल पर उतरने लगा है. विधायक ने बताया कि रिवर फ्रंट बनने से पर्यटकों को काफी सुविधा होगी. सीढ़ी घाट से कृष्णगढ़ तक रिवर फ्रंट का निर्माण होगा. सुलतानगंज में कांवरियों के साथ आम श्रद्धालुओं को भी गंगा किनारे कई सुविधाएं मिलने लगेगी. श्रावणी मेला से सुलतानगंज का विशेष महत्व है. श्रावणी मेला में प्रतिदिन लाखों कांवरिया आते हैं. सुलतानगंज में मात्र दो घाट अजगैवीनाथ घाट व नमामि गंगे घाट है. गंगा किनारे एक तरफ मुरली पहाड़, तो दूसरी तरफ बाबा अजगैवीनाथ का मंदिर है, जिसे देख रिवर फ्रंट की आवश्यकता महसूस की गयी. शहर का चहुंमुखी विकास व सौंदर्यीकरण होगा.
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