गंगा का जलस्तर डेंजर लेवल से मात्र 77 सेंटीमीटर नीचे, दियारा के कई गांवों में घुसा बाढ़ का पानी
मुंगेर : मुंगेर में गंगा डेंजर लेवल से मात्र 77 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. जिसके कारण मुंगेर में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है और पानी का फैलाव दियारा क्षेत्र के साथ ही दर्जनों गांव पानी से घिर गया है. इतना ही नहीं ग्रामीण सड़कों पर भी पानी भर गया है. जिसके कारण आवागमन में परेशानी हो रही है. जबकि गंगा और गंडक का मिलाप होने के बाद टीकारामपुर पंचायत में अधिक परेशानी उत्पन्न हो गया है.
मुंगेर : मुंगेर में गंगा डेंजर लेवल से मात्र 77 सेंटीमीटर नीचे बह रही है. जिसके कारण मुंगेर में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है और पानी का फैलाव दियारा क्षेत्र के साथ ही दर्जनों गांव पानी से घिर गया है. इतना ही नहीं ग्रामीण सड़कों पर भी पानी भर गया है. जिसके कारण आवागमन में परेशानी हो रही है. जबकि गंगा और गंडक का मिलाप होने के बाद टीकारामपुर पंचायत में अधिक परेशानी उत्पन्न हो गया है. शहर के भी कई क्षेत्र में बाढ़ का पानी फैलने लगा है. मुंगेर में गंगा का डेंजर लेवल 39.33 है. जबकि वर्तमान में गंगा का जलस्तर 38.54 पर पहुंच गया है. यानी डेंजर लेवल से मात्र 77 सेंटीमीटर नीचे गंगा का पानी बह रहा है. केंद्रीय जल आयोग की मानें तो वर्तमान समय में प्रति तीन घंटा पर एक सेंटीमीटर पानी बढ़ रहा है. अभी चार से पांच सेंटीमीटर पानी बढ़ने की संभावना है. गुरूवार तक जलस्तर 38.60 पहुंच जायेगा. अगर इलाहाबाद व बिहार में बारिश नहीं हुई तो जलस्तर स्थित हो सकता है. लेकिन 38.54 मीटर पर ही मुंगेर में बाढ़ की समस्या उत्पन्न होने लगी है और लोगों की परेशानी भी बढ़ने लगी है. क्योंकि गंगा पानी दियारा क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांवों में प्रवेश कर गया है.
दियारा क्षेत्र के एक दर्जन गांव में घुसा बाढ़ का पानी
बताया जाता है कि लगातार जलस्तर में वृद्धि होने के कारण मुंगेर में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. कुतलुपुर पंचायत के कचहरी टोला, जमीन डिगरी, बाबू बानो टोला, बाबू राम सिंह टोला में पानी प्रवेश कर गया है. जबकि जाफरनगर के सीताचरण स्थित बिंद टोला सहित अन्य गांवों में भी पानी प्रवेश कर गया है. गंगा और गंडक का मिलाप होने से टीकारामपुर पंचायत के डॉ देवनंदन मंडल टोला, इगलिश टोला, शिव टोला, भेलवा, लालू महतो टोला, चंडी महतो टोला, जगदीश मंडल टोला में पानी घूस गया है. यहां के लोग अब नाव के सहारे आवागमन कर रहे हैं. इसके अलावे बरियारपुर प्रखंड के गंगापार झोवाबहियार और हरिणमार पंचायत के कई गांव पानी के बीच घिर गया है. कई ग्रामीण सड़कों पर बाढ़ का पानी आ जाने से लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है.
गंगा से सटे मकान को अधिकारियों ने दिया खाली करने का आदेश
जमालपुर. गंगा का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है. जिसको लेकर अधिकारियों ने मंगलवार को जमालपुर प्रखंड के सिंघिया ग्राम पंचायत के विभिन्न मोहल्लों का दौरा किया और गंगा से सटे मकानों को खाली करने का निर्देश दिया है. बीडीओ राजीव कुमार और अंचल अधिकारी शंभू मंडल ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के बाद यहां बताया कि गंगा का जलस्तर वार्निंग लेवल पार कर 38.54 मीटर पहुंच गया है. ऐसे में सिंघिया ग्राम पंचायत के सर्वोदय टोला सहित कुछ मोहल्ले में ऐसे मकानों को चिह्नित किया गया है जिसकी दीवार गंगा नदी के पानी से प्रभावित होने की संभावना बन गई है. पानी में तेज बहाव है और ऐसे में दीवार के नीचे की मिट्टी का कटाव होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. इसको देखते हुए ऐसे मकान में रहने वाले परिवारों को तत्काल मकान खाली करने का आदेश दिया गया है. उन्होंने बताया कि इसके साथ ही राजस्व कर्मचारी को यह निर्देश दिया गया है कि 24 घंटे के अंदर इस प्रकार के मकानों को चिह्नित कर उसका प्रतिवेदन मुख्यालय को उपलब्ध कराएं. प्रभावित मकान मालिकों को अलग से पत्र भी जारी किया जा रहा है, इसके अतिरिक्त स्थानीय जनप्रतिनिधियों तथा लोगों को आगाह किया गया है कि गंगा के पानी से सटने वाले मकानों में रहने वाले आम लोग अपनी स्वेच्छा से जगह खाली कर दें.
ऊंचे स्थानों पर शरण ले रहे हैं लोग
बरियारपुर. गंगा का बढ़ता हुआ जलस्तर अब धीरे-धीरे अपना रौद्र रूप धारण करता जा रहा है. जिसके कारण तराई क्षेत्र में बसे गांव में बाढ़ का पानी का प्रवेश आरंभ हो चुका है. बाढ़ से प्रभावित लोग अब धीरे-धीरे ऊंचे स्थलों पर परिवार सहित शरण ले रहे हैं. रेलवे लाइन के नजदीक बसे लालजी टोला गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है. इस गांव में सभी मजदूर व गरीब वर्ग के लोग हैं. इन सभी लोगों का मकान कच्ची है. मकान में बाढ़ पानी का प्रवेश हो चुका है. जिसके कारण इन लोगों को अब रेलवे लाइन के किनारे ऊंचे स्थलों पर अपना शामियाना बनाकर रहना पड़ रहा है. इन लोगों के समक्ष परिवार के भरण-पोषण के लिए भोजन जुटाना भी मुश्किल कार्य हो गया है. जिस तरह जलस्तर बढ़ रहा है. अनुमान है कि जल्द ही काला टोला एवं बरियारपुर विद्युत पावर सब स्टेशन का सड़क मार्ग भी बाढ़ पानी में डूब जाएगा.
एप्रोच पथ निर्माण पर भी पड़ सकता है संकट
बाढ का पानी शहरी क्षेत्र तक अपना फैलाव कर चुका है. लालदरवाजा, चौखंडी, करबल्ला सहित अन्य क्षेत्रों के निचले इलाकों में पानी घुस गया है. जिसके कारण खेतों में लगा फसल गलने लगा है. इधर प्रसिद्ध शक्तिपीठ चंडिका स्थान में बाढ़ का पानी घुस गया है. जबकि लाल दरवाजा क्षेत्र में पानी आने से एप्रोच पथ निर्माण कार्य में भी बाधा उत्पन्न कर सकती है. निर्माण एजेंसी के कामगारों ने बताया कि पानी अगर इसी स्पीड से बढ़ा तो पाया निर्माण कार्य रोकना पड़ सकता है.
posted by ashish jha