गंगा के जलस्तर में वृद्धि प्रारंभ, पूरा नहीं हुआ कटाव निरोधी कार्य
गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि का सिलसिला प्रारंभ हो गया है. जल संसाधन विभाग बाढ़ व कटाव निरोधक कार्य अबतक पूरा नहीं पाया
पिछले दो-तीन दिनों से गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि का सिलसिला प्रारंभ हो गया है. जल संसाधन विभाग बाढ़ व कटाव निरोधक कार्य अबतक पूरा नहीं पाया है. मानसून दस्तक देना शुरू कर दिया है. जानकारी के अनुसार रंगरा चौक प्रखंड के ज्ञानी दास टोला में इस वर्ष दो करोड़ 50 लाख रुपये से कटाव निरोधक कार्य कराया जा रहा है, लेकिन अबतक आधा-अधूरा कार्य ही पूरा हो पाया है. ग्रामीणों के अनुसार कार्य काफी धीमी गति से करवाया जा रहा है. ऐसे में यहां 30 जून तक कार्य पूरा नहीं हो सकता है. कार्य भी मानक के अनुसार नहीं कराने की शिकायत ग्रामीणों ने की है. पिछले वर्ष 15 करोड़ रुपये से ज्ञानी दास टोला में बोल्डर पीचिंग व जिओ बैग से कटाव निरोधी कार्य करवाया गया था. समय पर कार्य पूरा नहीं होने से गंगा नदी के जलस्तर में मामूली वृद्धि होने पर कराया गया कार्य ताश के पत्ते की तरह धराशायी हो गया था. इस्माईलपुर-बिंद टोली में लगभग 15 करोड़ रुपये की लागत से दो ठेकेदारों ने क्षतिग्रस्त तटबंध व स्परोंं के जीर्णोद्धार का कार्य करवाया जा रहा है, लेकिन अबतक कार्य की प्रगति संतोषजनक नहीं कही जा सकती है. राघोपुर में 46 लाख रुपये की लागत से कटाव निरोधक कार्य करवाया जा रहा है. कार्य अबतक आधा अधूरा ही हो पाया है. ऐसे में यदि मानसून की बारिश शुरू होने पर कार्य पूरा करना काफी मुश्किल भरा होगा. इस तरह नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर, रंगरा, इस्माईलपुर व खरीक प्रखंड के लोगों को बाढ़ का दंश झेलना पड़ सकता है.
कहते हैं पदाधिकारी
नवगछिया बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ई मुकेश कुमार ने बताया कि संबंधित ठेकेदारों को युद्धस्तर पर कार्य कर हर हाल में 30 जून तक कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता से कार्य की स्वीकृति विलंब से हो पायी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है