बिहार के 4500 वेटलैंड का होगा जियो वेरिफिकेशन
--मोबाइल एप एआरसी जीआइएस सर्वे 123 का होगा प्रयोग, वन विभाग में हुआ प्रशिक्षण
–मोबाइल एप एआरसी जीआइएस सर्वे 123 का होगा प्रयोग, वन विभाग में हुआ प्रशिक्षण
वरीय संवाददाता, भागलपुर
सुप्रीम कोर्ट ने पूरे देश के जलजमाव वाले क्षेत्र यानी आर्द्र भूमियों या वेटलैंड के भू-सत्यापन या जियो वेरिफिकेशन का आदेश जारी किया है. इस परिप्रेक्ष्य में भागलपुर समेत बिहार राज्य में स्थित 4500 आर्द्र भूमियों का भू-सत्यापन की तैयारी शुरू हो गयी है. 2.5 हेक्टेयर से बड़े वेटलैंड को सर्वे में शामिल किया गया है. इसको लेकर मंगलवार को शहर के सुंदरवन स्थित अरण्य विहार भवन में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ. प्रशिक्षण में वेटलैंड के भू-सत्यापन करने की प्रक्रिया बतायी गयी. जियो वेरिफिकेशन के लिए मोबाइल एप एआरसी जीआइएस सर्वे 123 का प्रयोग होगा. इस कार्यक्रम में रिसर्च एसोसिएट डाॅ ओसैद आलम एवं जीआइएस विश्लेषक डाॅ जय कुमार द्वारा प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण में भागलपुर वन प्रमंडल, जमुई वन प्रमंडल, बांका वन प्रमंडल के वनों के क्षेत्र पदाधिकारियों, वनपालों एवं वनरक्षियों ने भाग लिया. प्रशिक्षण में क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक सुधीर कुमार व वन प्रमंडल पदाधिकारी श्वेता कुमारी उपस्थित थे. प्रशिक्षण के उपरांत सभी वनकर्मी को भागलपुर वन प्रमंडल के अंतर्गत जगतपुर झील वेटलैंड में मोबाइल एप पर भू-सत्यापन एवं टैगिंग करने के लिए हैंड ऑन प्रक्रिया बतायी गयी. वन्य कर्मी रूपेश कुमार सिंह ने बताया कि यह प्रशिक्षण बिहार राज्य आर्द्रभूमि प्राधिकरण के सदस्य सचिव एस चंद्रशेखर के मार्गदर्शन में हुआ.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है