भाजपा के फायरब्रांड नेता सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह हिंदू स्वाभिमान यात्रा की शुरुआत शुक्रवार को भागलपुर जिले से कर रहे हैं. गुरुवार को ही गिरिराज सिंह भागलपुर पहुंच गए. उन्होंने गंगा आरती में भाग लिया और जिले में लोगों से मुलाकात भी किए. गिरिराज सिंह के इस कार्यक्रम को लेकर भागलपुर शहर में माहौल बना हुआ है. उनकी इस यात्रा का विरोध भी विपक्ष की ओर से किया जा रहा है. माकपा ने हिंदू स्वाभिमान यात्रा पर रोक लगाने की मांग की. जबकि जदयू की ओर से भी साफ किया गया कि बिहार के हिंदुओं को जगाने की जरूरत नहीं, वो पहले से ही सुरक्षित हैं. इधर, गिरिराज सिंह ने कहा है कि मेरी यात्रा गैर राजनीतिक, इसका भाजपा, जदयू व एनडीए से कोई लेना-देना नहीं है.
जदयू के मुख्य प्रवक्ता ने क्या कहा…
भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के हिंदू स्वाभिमान यात्रा पर पलटवार करते हुए जदयू के मुख्य प्रवक्ता विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा है कि बिहार के हिंदुओं को अलग से जगाने की कोई आवश्यकता नहीं है. वो पहले से ही जगे हुए हैं. इसका प्रमाण बिहार की लोकसभा की चालीस सीटों में से एनडीए को तीस सीटें मिलना है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार में हिंदू पूरी तरह सुरक्षित हैं. एक भी ऐसा वाकया सामने नहीं आया जिससे लगे कि हिंदू असुरक्षित है.
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जदयू के विधान पार्षद ने यात्रा को लेकर कहा…
जदयू के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल मे पूरे प्रदेश में सांप्रदायिक सदभाव का माहौल है. नीरज कुमार ने कहा कि राज्य में सभी मंदिर,मस्जिद और कब्रगाह सुरक्षित हैं. सरकार इनकी सुरक्षा को लेकर तत्पर है. वहीं जदयू के विधान पार्षद प्रो गुलाम गौस ने कहा कि किसी भी दल को यात्रा निकालने की स्वतंत्रता है लेकिन किसी को भी प्रदेश में सांपद्रायिक सदभाव बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जा सकती.
वामदल को सांप्रदायिक साजिश की आशंका
इधर, माकपा के राज्य सचिव मंडल सदस्य अरुण मिश्रा ने कहा है कि 18 अक्टूबर से बेगूसराय के सांसद एवं केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के नेतृत्व में भागलपुर से हिंदू स्वाभिमान यात्रा की घोषणा, एक गहरी साम्प्रदायिक साजिश है, जिसमें भाजपा के राज्य स्तरीय एवं राष्ट्रीय नेताओं की पूरी सहमति है. उन्होंने कहा है कि 1989 में भागलपुर में हुए भयानक साम्प्रदायिक दंगे की पृष्ठभूमि में यात्रा आयोजित करने के लिये भागलपुर का चुनाव आयोजन कर्ता के साम्प्रदायिक एजेंडे को पूरी तरह बेनकाब करता है. 1989 में रामलला मंदिर के लिये ईंट इकट्ठा करने के लिये यात्रा निकाली गई थी जिस के चलते भागलपुर के एक हजार से ज्यादा निर्दोष लोगों की हत्याएं हुई थी. स्वाभिमान यात्रा भागलपुर से लेकर पूरे सीमाचंल में आयोजित की जायेगी. जिससे भागलपुर सहित सीमांचल में साम्प्रदायिक विभाजन के जरिये भाजपा अपनी राजनीतिक रोटी सेंक सके. पार्टी बिहार सरकार से मांग करती है कि यात्रा पर रोक लगाया जाये.
गिरिराज सिंह ने अपनी यात्रा को राजनीति से अलग बताया
इधर, केंद्रीय मंत्री और भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने अपनी शुक्रवार से भागलपुर से आरंभ हो रही हिंदू स्वाभिमान यात्रा को लेकर कहा कि यह उनकी गैर राजनीतिक यात्रा है. इससे भाजपा, जदयू और एनडीए का कोई लेना देना नहीं है. यात्रा के क्रम में बेगूसराय पहुंचे गिरिराज सिंह ने अपनी प्रस्तावित यात्रा पर विपक्षी दलों द्वारा तरह-तरह के सवाल उठाए जाने पर करारा प्रहार भी किया.
यात्रा गैर-राजनीतिक, लेकिन भाजपा जिलाध्यक्ष समेत कुनबा सक्रिय
गिरिराज सिंह गुरुवार को भागलपुर पहुंच चुके हैं. अपनी इस यात्रा को लेकर उन्होंने साफ शब्दों में बताया है कि वो क्यों ये यात्रा निकाल रहे हैं. गिरिराज सिंह ने हालांकि ये साफ किया है कि उनकी इस यात्रा से भाजपा समेत किसी दल को मतलब नहीं है लेकिन भागलपुर पहुंचते ही भाजपा के जिलाध्यक्ष समेत अनेकों बीजेपी कार्यकर्ता उनकी इस यात्रा को सफल बनाने में जुटे दिखे.
हिंदुओं को जगाने के लिए यह यात्रा कर रहे- बोले गिरिराज
गिरिराज सिंह ने कांग्रेस व राजद पर हमला बोलते हुए कहा कि वोट के खातिर कांग्रेस व राजद हिंदुओं को समाप्त करना चाहती है. उन्होंने कहा कि वो स्वामी दीपंकर के नेतृत्व में हिंदू बनकर इस यात्रा में शामिल होने जा रहा हूं. हिंदुओं को जगाने के लिए यह यात्रा कर रहे हैं. कहा कि कश्मीर में जिस तरह से हिंदुओं ने पलायन किया, बांग्लादेश व पाकिस्तान की दुर्दशा हमने देखा है.गिरिराज सिंह ने कहा कि मुझे लग रहा है कि देश का माहौल वोट के ठेकेदारों ने खराब कर दिया है. हिंदुओं को जाति में बांट दिया.अगर हम एकत्रित नहीं हुए तो कश्मीर की तरह भागना पड़ेगा. बातचीत में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बाबा साहेब आंबेडकर के मूलभूत भावनाओं के साथ जुड़ी हमारी यह यात्रा है. कहा कि कांग्रेस और राजद को सिर्फ वोट की राजनीति से मतलब है.