बरातियों का इंतजार कर रहे कन्या पक्ष को मिली सड़क दुर्घटना में मौत की खबर

बरात आने की खुशी में कन्या पक्ष के लोग दौड़-दौड़ कर तैयारी कर रहे थे. अचानक बरातियों के भयानक सड़क दुर्घटना के शिकार होने की खबर आती है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 30, 2024 10:51 PM

पीरपैंती. बरात आने की खुशी में कन्या पक्ष के लोग दौड़-दौड़ कर तैयारी कर रहे थे. शादी से पूर्व कन्या के सभी संस्कार यथा देवपूजन, हल्दी की रस्म, धृतढारी आदि कार्यक्रम संपन्न करा कर दूल्हे व बरातियों के आगमन की प्रतीक्षा की जा रही थी. घर के लोग बरात मिलन, वरमाला व बरातियों के लिए नाश्ते का पैकेट लगा रहे थे. रात 11 बजे के बाद अचानक बरातियों के भयानक सड़क दुर्घटना के शिकार होने की खबर आती है. लड़की वाले परिवार की स्थिति का अंदाजा सिर्फ पीड़ित परिवार ही लगा सकता है. सोमवार की रात श्रीमतपुर के स्व विजय रविदास व भोलिया देवी की चौथी पुत्री लवली कुमारी की शादी के लिए शामपुर मुंगेर के चपडी गवड्डा के मुन्नीलाल दास के पुत्र मोहित कुमार दास के यहां से आ रहे बरातियों का इंतजार हो रहा था. बरातियों के स्वागत की तैयारियों में लगे लड़की के बड़े भाई अशोक दास के पास मोबाइल पर खबर आती है कि बरात की एक गाड़ी पर गिट्टी लदा 14 चक्का का हाइवा पलट गयी है. वह अपने एक मित्र के साथ तुरंत घटनास्थल की ओर बाइक से रवाना हुए. वहां की स्थिति देख उनके होश उड़ गये. घर पर बरात आगमन की प्रतीक्षा व घटनास्थल पर छह बरातियों की मौत व तीन लोगों के भयानक रूप से चोटग्रस्त होते देख कर वह परेशान हो गये. उसने संतोष की सांस ली कि दूल्हा सहित उसके परिवार के लोग सुरक्षित हैं, लेकिन उस अफरा-तफरी में उसकी हिम्मत बरात को अपने घर चलने की कहने की नहीं हुई. घर पर गांव के लोग खाना खाने के बाद बरात का इंतजार कर रहे थे, लेकिन उनको बरातियों के नहीं आने से घोर निराशा हुई. मंगलवार को सुबह वर पक्ष के लोगों की मांग पर बनवाया गया चिकन व पुलाव को गड्ढा खोद कर दबा दिया गया. पंडाल, टेंट, शादी का मंडप व अन्य सजावट का सामान ठेकेदार उखाड़ कर ले गये. उनलोगों ने भाड़ा व खर्चा के लिए कोई तगादा नहीं कर मानवीय संवेदना का परिचय दिया. लड़की पांच बहनों में चौथी है, जबकि उसके चार भाई है. बड़ी बहन ने कहा कि लड़का को अगर वह लोग भेज दिये होते, तो कम से कम शादी तो हो जाती. शादी में चार लाख से अधिक खर्च हुआ थी. गांव के लोगों ने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना जताते ढांढस बंधाया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version