फागुन आवो चंग बजाओ रे रसिया… रंगीलो महोत्सव में दिखी राजस्थानी संस्कृति की झलक, गीत-संगीत और नृत्य के साथ लगे फूड स्टॉल भी

होली के त्योहार में अब महज कुछ ही दिन बचे हैं. जिसे लेकर भागलपुर में रंगीलो महोत्सव 2024 का आयोजन किया गया.

By Anand Shekhar | March 17, 2024 11:36 PM

भागलपुर. फागुन आवो चंग बजाओ रे रसिया, ”भर जोबन में नाव डूब गयी, पैरां दे लुनियारा, सखी री भागन ते फागुन आयौ, मैं तो खेलूंगी श्याम संग फाग… जैसे राजस्थानी होली गीत से रविवार को एमपी द्विवेदी रोड स्थित देवी बाबू धर्मशाला परिसर होलियाना हो गया. यहां राजस्थानी संस्कृति की झलक दिखी. राजस्थानी व्यंजनों जैसे दाल, बाटी, चूरमा समेत अलग-अलग व्यंजनों के स्टॉल सजे थे. मौका था फेयर फ्रेंड्स सोसाइटी की ओर से रंगीलो महोत्सव 2024 का.

महोत्सव में गीत-संगीत की सजी महफिल

कार्यक्रम का उद्घाटन मेयर डॉ बसुंधरालाल, पूर्व डिप्टी मेयर डॉ प्रीति शेखर, श्वेता सुमन व दीपक शर्मा ने किया. अतिथियों का स्वागत अध्यक्ष राजीव गर्ग ने किया. बच्चों व महिलाओं के लिए चित्रकला व नृत्य प्रतियोगिता आयोजित की गयी. इस दौरान मेला भी लगा. बच्चों के लिए स्विमिंग पुल की व्यवस्था की गयी थी, तो चटपटे व्यंजनों के स्टॉल भी सजाये गये थे. इसके अलावा हैंडीक्राफ्ट, हैंडलूम, रंग-गुलाल आदि के स्टॉल भी थे.

मेलजोल बढ़ाने के लिए कार्यक्रम

मेयर ने कहा कि रंगीलो महोत्सव देश की संस्कृति को संरक्षित करने के लिए बेहतर कार्यक्रम है. इसमें पाश्चात्य संस्कृति से हटकर लोक संस्कृति को बढ़ावा मिल रहा है. अध्यक्ष राजीव गर्ग ने कहा कि होली के मौके पर इस तरह का आयोजन करके मेलजोल बढ़ाया जा रहा है.

ये रहे मौजूद

इस मौके पर रमन बिहारी भारतीय, प्रदीप शिवानीवाला, पंकज कानोडिया, आयुष केजरीवाल, विकास गुप्ता, सरिता गर्ग, प्रिया वर्मा, प्रियंका सोनी, सनी जैन, शिवम भारद्वाज आदि मौजूद थे. वहीं, महोत्सव में 20 कला प्रतियोगिता हुई, जिसके विजेताओं को पुरस्कृत किया गया.

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