Good news: किसानों की फसल का इलाज मोबाइल ऐप के माध्यम से होगा. इसके तहत दूर-दराज के किसान ऐप के माध्यम से फसलों की तसवीर डालेंगे. यह तसवीर बीएयू के कृषि वैज्ञानिक के पास पहुंचेगी और वैज्ञानिक ऐप के माध्यम से ही फसलों में लगे कीड़ों का इलाज बतायेंगे. फसलों में कीड़ा क्यों लग रहा है? इसके लिए दवा की मात्रा कितनी होगी? किस प्रकार देनी है? ये सब जानकारी ऐप के माध्यम से किसानों को दी जायेगी.
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बिहार में इस तरह ऐप से फसलों का इलाज पहली बार होगा. बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) व आईआईआआईटी इस अनोखे प्रयोग में लगा हुआ है. दोनों संस्थान संयुक्त रूप से इस मोबाइल ऐप का निर्माण कर रहे हैं. दो दिनों में इन दोनों संस्थानों के बीच एमओयू होना है. इस प्रयोग से बीएयू के कृषि विकास केंद्र से जुड़े सभी किसानों को लाभ होगा.
इसका उद्देश्य जलवायु में हो रहे परिवर्तन को लेकर फसलों का उत्पादन करना है. किसानों के पास नवीन तकनीक की जानकारी शीघ्र मिले और जलवायु के अनुरूप कृषि हो, इसका ध्यान रखा गया है.
बीएयू आईआईआआईटी को हजारों की संख्या में पौधे और फसलों की तस्वीर उपलब्ध करायेगा. इसमें ऐसे फसलों की भी तसवीर होगी, जो बाढ़ और सूखे में प्रभावित होते हैं. ऐसे पौधा का भी इलाज इस ऐप से होगा.
बीएयू के प्रसार निदेशक व वरीय कृषि वैज्ञानिक डॉ आरके सोहाने कहते हैं कि इस मोबाइल ऐप का सबसे ज्यादा लाभ किसानों को होगा. वे दूरदराज में बैठकर अपने फसलों पर ध्यान रख सकेंगे. वर्तमान में कई ऐसे फसल हैं, जिनका इलाज नहीं होने के कारण मर जाते हैं. इससे किसानों को आर्थिक हानि उठानी पड़ती है. अब किसान समय रहते फसलों में लग रही बीमारी को लेकर ऐप में जानकारी देंगे. बीएयू के वैज्ञानिक तत्काल इसका इलाज बतायेंगे.
विकास सिन्हा