वरीय संवाददाता, भागलपुर
नये साल के पहले दिन से बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर ने भागलपुर समेत राज्यभर के किसानों को डिजिटल कृषि एडवाइजरी भेजना शुरू कर दिया है. मौसम आधारित इस कृषि परामर्श में आगामी मौसम के भविष्यवाणी के अनुसार विभिन्न फसलों की खेती से जुडी बातें शामिल है. जैसे बुआई कब करें, कृषि रसायनों की छिड़काव करें या नहीं, आगामी मौसम को देखते हुए कटनी या दौनी करें या नहीं इत्यादि जानकारी शामिल है. यह डिजिटल एडवाइजरी किसानों तक सोशल मीडिया, वेबसाइट और अन्य माध्यमों से पहुंचाया जा रहा है. कुलपति डॉ डीआर सिंह ने इस विषय पर कहा कि आज भी हमारी कृषि मौसम के मिजाज पर आधारित है. विश्वविद्यालय ने मौसम के मिजाज के आधार पर ही डिजिटल एडवाइजरी भेजना शुरू किया है, इससे किसानों को त्वरित जानकारी मिलेगी. विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ आरके सोहाने ने बताया कि विगत प्रसार परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया था कि किसानों को त्वरित कृषि प्रसार को मिलना जरूरी है. गौरतलब है कि बीएयू ने 2025 में नेक्स्ट जेनरेशन प्रसार मॉडल अपनाया है. जिससे किसानों को कृषि से संबंधित सूचना आसानी से प्राप्त हो सकेगी. बल्कि बीएयू उन्हें घर बैठे ही कृषि आधारित हर तरह की सूचना उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया है. बीएयू सबौर की ग्रामीण कृषि मौसम सेवा की मौसम वैज्ञानिक डॉ नेहा पारिक के अनुसार अब से प्रत्येक मंगलवार को मौसम आधारित परामर्श भेजा जाएगा.
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