प्रभु को हम याद करते हैं, तो भगवान अपनी शरण देते हैं : देवी रश्मि किशोरी

नौ दिवसीय 11 कुंडीय श्रीश्री 1008 महाविष्णु महायज्ञ के पांचवें दिन वृंदावन से पधारी देवी रश्मि किशोरी जी ने कहा कि श्री राम आदर्श मानवता और धर्म के अवतार हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | May 19, 2024 11:38 PM

कहलगांव. बरैनी गांव में नौ दिवसीय 11 कुंडीय श्रीश्री 1008 महाविष्णु महायज्ञ के संध्याकालीन कथा के पांचवें दिन रविवार को वृंदावन से पधारी देवी रश्मि किशोरी जी ने कथा प्रारंभ करते हुए कहा कि श्री राम आदर्श मानवता और धर्म के अवतार हैं. बाल्यावस्था से ही प्रभु राम के कार्य अनुकरणीय है. बाल्यावस्था से ही भगवान अपने गुरुजनों, प्रजा जनों और माता-पिता का आज्ञा पालन करने वाले हैं. भगवान राम बड़े हुए, तो गुरु गृह पढ़ने गये रघुराई, अल्पकाल विद्या सब पाई. मुनिवर विश्वामित्र जी श्री राम व लक्ष्मण जी को यज्ञापूर्ण के लिए अपने साथ ले गये. भगवान करुणा के अवतार है. प्रभु को जब हम याद करते हैं, तो भगवान हमें अपनी शरण देते हैं. दोष व दुख रूपी मरीचि और सुबाहु को भगवान राम ने पराजित किया. एक दिन धनुष यज्ञ की खबर आयी. श्री राम-लक्ष्मण विश्वामित्र जी के साथ जनकपुरी प्रस्थान किये. श्री राम ने देखा मार्ग में पत्थर की शिला पड़ी है, जो वर्षों से प्रभु की प्रतीक्षा में पड़ी थी. प्रभु ने चरण रज से गौतम ऋषि की पत्नी अहिल्या का उद्धार किया. महाराजा जनक के दरबार में पिनाक धनुष को भगवान ने एक क्षण में भंजन कर जनक नंदिनी जानकी जी से सुंदर विवाह प्रभु का संपन्न हुआ. देवता व ऋषि मुनि का मन प्रसन्न हो गया. जो अभिमानी राजा थे वह सिर नीचा करके अपने आप पर शर्मिंदा हो गये. जो व्यक्ति श्री राम के पद चिह्नों पर चलता है, जीवन में उसे जीने की कला आ जाती है. कलाकारों ने झांकी की प्रस्तुति दी. कथा प्रारंभ होने के पूर्व दीप प्रज्वलित किया गया. मौके पर कथा सुनने काफी संख्या में महिला श्रद्धालु तथा स्थानीय ग्रामीण व आयोजन समिति के सदस्य उपस्थित थे.

श्रीमद् भागवत कथा को लेकर निकाली गयी भव्य कलश शोभायात्रा

सुलतानगंज श्रीमद् भागवत कथा को लेकर रविवार को भव्य कलश शोभा यात्रा निकाली गयी. मिरहट्टी गांव में 19 से 27 मई तक श्रीमद् भागवत कथा हो रही है. कथा वाचिका श्रेयांशी पांडे के मौजूदगी में भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गयी. आसपास गांव के हजारों महिला- पुरुष, कुंआरी कन्याओं ने भाग लिया. कलश शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालु गाजे बाजा के साथ नाचते झूमते कथास्थल प्रांगण से पवित्र उत्तरवाहिनी गंगा तट से गंगा जल कलश में भर कथा स्थल पहुंचे. कथा ज्ञान यज्ञ के पहले दिन वृंदावन से पहुंची कथा वाचिका श्रेयांशी पांडे ने भागवत महापुराण की महिमा बताया. कहा कि जीवन में हम सभी को भगवान के बताये मार्ग पर चल कर ही मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है. जीवन में भक्ति होना आवश्यक है. जहां धर्म होता है वहां भगवान वास करते हैं. पंचायत के मुखिया अशोक यादव ने बताया कि कथा प्रतिदिन शाम चार से रात नौ बजे तक होगी.

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