संतसेवी महाराज नहीं होते तो सद्गुरु महर्षि मेंहीं का संदेश हमलोगों को नहीं मिलता

. महर्षि संतसेवी महाराज नहीं होते तो सद्गुरु महर्षि मेंहीं का संदेश हमलोगों को नहीं मिलता. गुरुसेवी भगीरथ बाबा ने भी महर्षि संतसेवी महाराज की महिमा का बखान किया. महर्षि संतसेवी परमहंस महाराज की 105वीं जयंती पर शुक्रवार को कुप्पाघाट स्थित सत्संग हॉल में प्रवचन कार्यक्रम का आयोजिन किया गया था.

By Prabhat Khabar News Desk | December 20, 2024 9:17 PM

. महर्षि संतसेवी महाराज नहीं होते तो सद्गुरु महर्षि मेंहीं का संदेश हमलोगों को नहीं मिलता. गुरुसेवी भगीरथ बाबा ने भी महर्षि संतसेवी महाराज की महिमा का बखान किया. महर्षि संतसेवी परमहंस महाराज की 105वीं जयंती पर शुक्रवार को कुप्पाघाट स्थित सत्संग हॉल में प्रवचन कार्यक्रम का आयोजिन किया गया था.

संतों के इतिहास में महर्षि संतसेवी सा कोई शिष्य नहीं : दिव्य प्रकाश

इससे पहले प्रवचन की शुरुआत स्वामी रवीन्द्र बाबा ने स्तुति, विनती और ग्रंथ पाठ से की. स्वागत भाषण अखिल भारतीय संतमत सत्संग महासभा के महामंत्री दिव्य प्रकाश ने दिया और कहा कि संतों के इतिहास में महर्षि संतसेवी सा कोई शिष्य नहीं, जिन्होंने इतने दिनों तक गुरु की सेवा की. स्वामी प्रमोद बाबा व स्वामी नरेशानंद ने कहा कि महर्षि संतसेवी सभी धर्म के लोगों के बीच लोकप्रिय थे. इसी दौरान गुरु नंदन महाराज, परमानन्द महाराज, स्वामी विद्यानंद महाराज, पंकज बाबा, संजय बाबा आदि ने भी प्रवचन किये. मंच संचालन ओम प्रकाश मंडल ने किया. प्रात: सात बजे आरती हुई. इसके बाद पुष्पांजलि कार्यक्रम शुरू हुआ. संत-महात्मा एवं महासभा के महामंत्री दिव्य प्रकाश, मंत्री मनु भास्कर आदि ने पुष्पांजलि अर्पित की. इसी क्रम में वर्तमान आचार्यश्री महर्षि हरिनंदन महाराज एवं गुरुसेवी भगीरथ दास महाराज से सत्संगियों ने आशीर्वाद लिया. आयोजन में महासभा के उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार, अरुण भगत, अशोक कुमार यादव, व्यवस्थापक अजय कुमार जायसवाल, स्वामी पंकज बाबा, ज्ञानी बाबा, स्वामी कृष्ण बल्लभ बाबा, रमेश बाबा, संजय बाबा, श्याम कुमार, अमित कुमार ,सूरज कुमार, राजेंद्र साह आदि का योगदान रहा.

कुप्पाघाट आश्रम में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब

महर्षि संतसेवी परमहंस की जयंती समारोह में गुरुवार हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा. किशनगंज, खगड़िया, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, बांका, मुंगेर, जमुई, लखीसराय, पटना समेत दूसरे प्रांतों उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब, झारखंड के भी श्रद्धालु आये थे.

श्रद्धालुओं ने भंडारा में किया प्रसाद ग्रहण

हजारों श्रद्धालुओं के लिए खिचड़ी का भंडारा हुआ. सशुल्क पूड़ी-जलेबी व सब्जी की व्यवस्था की गयी थी. शाम को दाल, भात और सब्जी का भंडारा हुआ. बाहर से आये हजारों श्रद्धालुओं के लिए आश्रम परिसर में ठहरने की व्यवस्था की गयी थी.

सत्संगियों, साधु व संतों में बांटे गये कंबल व अन्य गर्म कपड़े

महर्षि संतसेवी जयंती के पावन अवसर पर साधु-संतों व सत्संगियों के बीच सत्संगी परमानंद अग्रवाल के सहयोग से कंबल, इनर, टोपी, मौजा आदि गर्म कपड़े का वितरण किया गया. कार्यक्रम में स्वामी पंकज बाबा एवं महासभा के पदाधिकारी का योगदान रहा.

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