टीएमबीयू स्थित सीनेट हॉल में शनिवार को पेंशन दरबार आयोजित किया गया. पेंशन दरबार 40 से ज्यादा सेवानिवृत कर्मचारी पेंशन, सेवांतलाभ, वेतानांतर आदि मामलों को लेकर पहुंचे थे. विवि के कुलपति प्रो जवाहर लाल के निर्देश पर पेंशन दरबार की शुरूआत की गयी है. उन्होंने कहा कि इससे सेवानिवृत कर्मियों की समस्या का जल्द निदान किया जायेगा. बार-बार उनलोगों को विवि में आना नहीं पड़ेगा. पेंशन दरबार के नोडल पदाधिकारी सह डीओ डॉ अनिल कुमार ने सभी सेवानिवृत कर्मियों का स्वागत किया. पेंशन दरबार के उद्देश्य के बारे में बताया. दरबार में एफए दिलीप कुमार, एफओ ब्रजकिशोर, रजिस्ट्रार डॉ विकास चंद्र सहित पेंशन व दावा शाखा के सभी कर्मचारी मौजूद थे. अधिकारियों ने कहा कि पेंशन दरबार में आने वाले समस्या का निराकरण नियमानुसार करने का प्रयास किया जायेगा. ताकि 31 अगस्त को अगले पेंशन दरबार में उन समस्या के निराकरण का रिपोर्ट पेंशनरों के सामने रखा जायेगा. ————– पेंशनरों ने अधिकारियों के समक्ष रखी समस्या – दरबार में विवि से सेवानिवृत्त हुए शिक्षक व कर्मचारियों ने अपनी समस्या को अधिकारी के समक्ष रखा. अधिकतर मामले वेतानंतर की राशि, एसीपी, एमएसीपी व 80 वर्ष के उम्र में मिलने लाभ से जुड़ा था. कुछ पेंशनरों ने कहा कि सेवानिवृत होने से 15 साल से ज्यादा हो गये हैं. लेकिन पेंशन अबतक चालू नहीं हो सका है. पेंशनरों ने कहा कि लाभ नहीं मिलने से बीमारी के लिए उपचार नहीं करा पा रहे हैं. उनलोगों ने कहा कि सेवांत लाभ का बकाया भुगतान कर दिया जाये. वहीं, विवि के अधिकारियों ने कहा है मामले की जांच करने के बाद अद्यतन स्थिति बतायी जायेगी. ——————— पेंशनरों को मिलेगा आईडी नंबर – एफओ ने किा कि पेंशनरों से सेवांत लाभ से जुड़े आवेदन लिया जायेगा. रिसीविंग के साथ एक आईडी नंबर भी दिया जायेगा. ताकि आईडी नंबर के माध्यम से संबंधित अधिकारियों से फाइल के बारे जानकारी प्राप्त कर सकेंगे. साथ ही एफओ व रजिस्ट्रार का मोबाइल नंबर भी पेंशनरों को दिया गया.
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