भागलपुर: गंगा का एरियल सर्वे करने रविवार को नमामि गंगे की टीम भागलपुर पहुंची. लैंडिंग के दौरान हवाई अड्डे की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गयी. टीम का जहाज हवा में लगभग आधे घंटे तक चक्कर लगाता रहा. वजह थी कि हवाई अड्डे के रनवे पर आम दिनों की तरह मवेशियों का झुंड घूम रहा था. लोग बाइक चला रहे थे. इस स्थिति में जहाज की लैंडिंग संभव नहीं थी.
जहाज के पाइलट ने संपर्क कर इसकी जानकारी दी, बताया कि ऐसी स्थिति में लैंडिंग करना खतरे से खाली नहीं. इस त्राहिमाम सूचना के बाद पुलिस पहुंची. मवेशियों को भगाया गया और फिर पौने दो बजे लैंडिंग संभव हो सकी.डीएम सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि कैबिनेट सेक्रेटेरिएट से हवाई जहाज के लैंडिंग की अनुमति दी गयी थी. इसके लिए सुरक्षा की मांग की गयी थी. इसलिए उनकी ओर से निर्देश दे दिया गया था.
साफ-सफाई व अन्य व्यवस्था को लेकर नगर निगम को निर्देश दिया गया था, लेकिन काली प्रतिमा विसर्जन में पुलिसकर्मियों की तैनाती के कारण थोड़ी दिक्कत हुई. उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से हवाई अड्डा पर कई काम शुरू किया गया है. इसके कारण भी चहारदीवारी कई जगहों पर टूटी हुई है. इसी वजह से मवेशी अंदर प्रवेश कर जाते हैं.
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सर्वे के लिए पहुंची पांच सदस्यीय टीम नमामि गंगे योजना के तहत गंगा का एरियल सर्वे करने रविवार को पांच सदस्यीय टीम हवाई जहाज से पहुंची. यह टीम सोमवार से सर्वे शुरू करेगी. टीम दो दिनों तक भागलपुर में रहेगी.
टीम में शामिल मनोज कुमार ने बताया कि दो दिनों तक सर्वे का काम चलेगा. बता दें कि सर्वे के दौरान टीम गंगा की स्थिति, अतिक्रमण, नालों की स्थिति, नदी के आसपास आबादी आदि का अवलोकन करेगी. टीम अपनी रिपोर्ट भारत सरकार को सौंपेगी.
Published By: Thakur Shaktilochan