आज बिरज में होली रे रसिया…
आज बिरज में होली रे रसिया...आदि भजन के साथ राजस्थान से पधारे कथावाचक पंडित उमेश शास्त्री ने शनिवार को माहौल को भक्तिमय बना दिया.
आज बिरज में होली रे रसिया…आदि भजन के साथ राजस्थान से पधारे कथावाचक पंडित उमेश शास्त्री ने शनिवार को माहौल को भक्तिमय बना दिया. खाटू श्याम मंदिर मंदरोजा में सातवें दिन श्रीकृष्ण-सुदामा मिलन के साथ कथा आयोजन का समापन हो गया. आयोजन विक्की डेबरा ने बताया कि रविवार को भंडारा का आयोजन होगा.
पंडित उमेश शास्त्री ने श्रीकृष्ण सुदामा चरित पर प्रवचन करते हुए कहा कि मेरे गोविंद बड़े ही दयालु हैं और वह एक-एक संबंध को निभाते हैं. सुदामा गरीब अवश्य था, लेकिन प्रभु का भक्त था. जब सुदामा मिलने आता है, तो द्वारकाधीश से तो प्रभु को पता लगते ही नंगे पैर दौड़कर आते हैं और स्वागत करते हैं. आयोजन का समापन फूलों की होली के साथ हुआ. इस मौके पर प्रवीण डेबरा, किरण डेबरा, श्यामसुंदर डेबरा, विक्की डेबरा आदि उपस्थित थे.————-
श्री कृष्ण-सुदामा मिलन से भक्त हुए भाव विभोरश्री सुदामा जी ने जब भगवान कृष्ण को सच्चे मन से याद किया तो भगवान ने उन्हें कहां से उठाकर कहां बैठा दिया. इस प्रसंग से हमें यह शिक्षा लेनी चाहिए कि श्रद्धापूर्वक जो भी भजता है भगवान उसको अपने हृदय में बसा लेते है और उसका हर तरह से कल्याण कर देते है. उक्त बातें पंडित रविशंकर शास्त्री ने बूढ़ानाथ मसानी काली परिसर में भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के सातवें दिन शनिवार को प्रवचन करते हुए कही.
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