मानिक सरकार घाट में मकान झुका, गोदाम में घुसा पानी, आदमपुर घाट रोड पर चढ़ा पानी

एक बार फिर गंगा में तेजी से जलस्तर बढ़ने से शहरी क्षेत्र में गंगा किनारे बसे मोहल्ले में बाढ़ का खतरा मंडराने लग है. एक ओर जहां बारिश थमी हुई है, दूसरी ओर गंगा का जलस्तर बढ़ता ही जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 19, 2024 8:26 PM

एक बार फिर गंगा में तेजी से जलस्तर बढ़ने से शहरी क्षेत्र में गंगा किनारे बसे मोहल्ले में बाढ़ का खतरा मंडराने लग है. एक ओर जहां बारिश थमी हुई है, दूसरी ओर गंगा का जलस्तर बढ़ता ही जा रहा है. बुधवार से ही गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा और गुरुवार को इसका असर गंगा के सटे मोहल्ले में दिखने लगा. तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय परिसर, मानिक सरकार घाट, दीपनगर के समीप झुग्गी बस्ती, मानिक सरकार घाट, आदमपुर घाट, हनुमान घाट, बूढ़ानाथ मंदिर के नीचे मशानी काली परिसर एवं पार्क में पानी का स्तर काफी बढ़ गया. मानिक सरकार घाट में एक-दो मकान के झुकने की चर्चा है, तो घाट समीप टाइल्स गोदाम में पानी घुस गया, तो सीएमएस स्कूल मैदान व पीछे सड़क पर पानी चढ़ गया.

लोगों में बढ़ रहा भय, सुरक्षित ठिकानों में फिर लौटे

वहीं निचले इलाकों सखीचंद घाट, मोहनपुर, साहेबगंज, नाथनगर के लालूचक, श्रीरामपुर, शंकरपुर दियारा क्षेत्र में पानी फिर बढ़ गया और कटाव का खतरा भी मंडराने लगा है. इस क्षेत्र के लोगों में भय बढ़ता जा रहा है. दियारा क्षेत्र के अधिकतर परिवारों ने विश्वविद्यालय परिसर, टीएनबी कॉलेजिएट परिसर में ठिकाना बनाया है, जिसमें कुछ परिवार फिर अपने गांव लौटने लगे थे, लेकिन एक बार फिर उन्हें अपना घरद्वार छोड़कर सुरक्षित ठिकाना की ओर लौटना पड़ा. वहीं मानिक सरकार घाट पर बने मकान में ताला लगाकर दूसरे जगह चले गये. दीपनगर, सखीचंद घाट, किलाघाट, गोलाघाट आदि के लोग ऊंची जगहों पर शरण लेने लगे हैं. शहर के समीप दियारा के लोगों को अपने से अधिक मवेशियों की चिंता सता रही है कि उनके लिए चारा व अन्य सामग्री कहां से जुटायेंगे.

सामाजिक कार्यकर्ता जगतराम साह कर्णपुरी ने बताया कि मोहनपुर दुर्गा स्थान के चारों ओर पानी भर गया है. यहां पहुंचना मुश्किल हो रहा है. हालांकि मां का स्थान सुरक्षित है. वहीं दीपनगर के वरीय सामाजिक कार्यकर्ता कमल जायसवाल ने बताया कि दीपनगर, मानिक सरकार घाट व आदमपुर घाट में सैकड़ों परिवार के बीच बाढ़ को लेकर दहशत है.

दीपनगर काली ठाकुर लेन की दो झोपड़ी बह गये और 30 दिनों से 100 घरों में भरा है पानी

दीपनगर काली ठाकुर लेन की दो झोपड़ी फिर आयी बाढ़ में बह गये. 30 से अधिक 100 घरों में गंग का पानी भरा हुआ है. भारत की जनवादी नौजवान सभा-डीवाइएफआइ के राज्य कमेटी सदस्य मनोज कुमार गुप्ता ने कहा कि जिलाधिकारी, प्रमंडलीय आयुक्त व नगर आयुक्त को अवगत करा चुके हैं. बावजूद इसके कोई राहत कार्य नहीं हुआ. जनप्रतिनिधियों का भी रवैया सम्मानजनक नहीं रहा. कोई देखने तक नहीं पहुंच रहे हैं. बाढ़पीड़ित परिवारों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है.

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मच्छर, सांप, बिटगोय जमा रहे डेरा

घर में जहरीला जीव-जंतु सांप, बिटगोय आदि घुस रहा है. मानिक सरकार घाट में लगातार सांप निकलने की शिकायत मिल रही है. बैंक कॉलोनी के राकेश कुमार ने बताया कि मच्छर की परेशानी बढ़ती जा रही है. कोई सावधानी व उपाय काम नहीं कर रहा है.

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