साहित्य के बिना मानव जीवन अधूरा, सच्चे साहित्य से लगाव जरूरी

प्रेमचंद शरत चंद्र स्मृति कमेटी भागलपुर की ओर से रविवार को इंटर स्तरीय उर्दू बालिका उच्च विद्यालय आसानंदपुर में प्रेमचंद शरत चंद्र स्मृति प्रतियोगिता का आयोजन किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | September 22, 2024 9:23 PM

प्रेमचंद शरत चंद्र स्मृति कमेटी भागलपुर की ओर से रविवार को इंटर स्तरीय उर्दू बालिका उच्च विद्यालय आसानंदपुर में प्रेमचंद शरत चंद्र स्मृति प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. प्रतियोगिता का उद्घाटन प्रेमचंद और शरतचंद्र की तस्वीर पर पूर्व कुलपति डॉक्टर फारूक अली, पूर्व प्राचार्य डॉ गुरुदेव पोद्दार , डॉ उपेंद्र साह, मनोज पंडित, तापस घोष, तरुण घोष ने संयुक्त रूप से पुष्प अर्पित कर किया. डॉ फारूक अली ने कहा कि आज के समय में युवाओं के बीच साहित्य के प्रति जागृति जगाना बहुत जरूरी है. साहित्य के बगैर मानव जीवन अधूरा है, सच्चे साहित्य से लगाव जरूरी है. प्रतियोगिता के विभिन्न वर्गों में 600 से अधिक प्रतिभागी विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया. इसमें बाल वर्ग से लेकर स्नातकोत्तर के छात्र-छात्राएं शामिल हुए. प्रतियोगिता में प्रेमचंद एवं शरत चंद्र के जीवन साहित्य, आजादी आंदोलन, गणित, चित्रांकन, निबंध लेखन, एवं क्विज को शामिल किया गया था. निर्णायक मंडल में डॉ दयानंद जायसवाल, छाया पांडे, इंद्राणी मुखर्जी, शैलेश कुमार, महेश कुमार, तारा कांत ठाकुर, शेखर मिश्रा, पम्मी जी, डॉ वसीम रजा, प्रकाश चौधरी, प्रदीप राजहंस, रीता कुमारी, प्रमुख रूप से शामिल थे. प्रतियोगिता का संयोजन कपिल देव रंग ने किया और संचालन दीपक कुमार ने. इस मौके पर प्रणव कुमार, ज्योति कुमारी, प्रियंका कुमारी, शांतनु गांगुली, रवि कुमार सिंह आदि उपस्थित थे. सांसद अजय मंडल ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का लिया जायजा

सांसद अजय कुमार मंडल ने जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी के साथ समाहरणालय में आपदा के विषयों पर बैठक की. उन्होंने अधिकारियों के साथ नाथनगर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया. सीटीएस मैदान, कर्णगढ़ में बाढ़ प्रभावित परिवारों से मिलकर वहां की व्यवस्था को देखा. सांसद कहा कि मैदान में रह रहे लगभग 2000 प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा यहां पर सामुदायिक किचन, पशु चारा, दवाई एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है.

साथ ही आश्वासन दिया कि संसदीय क्षेत्र में जब तक बाढ़ की स्थिति बनी रहेगी, तब तक सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा हर संभव उनको मदद एवं राहत पहुंचाया जायेगा.

डीएम ने राहत शिविर में पशु चारा का वितरण, सामुदायिक किचन की व्यवस्था, प्रभावित लोगों के रहने की व्यवस्था, शौचालय की व्यवस्था, साफ सफाई, चिकित्सा शिविर, सुरक्षा व्यवस्था का मुआयना किया. संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मियों को आवश्यक निर्देश दिए.

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