रेलवे पहल करे, तो सामाजिक संगठन एंबुलेंस देने को तैयार

जनहित के कार्यों में जुटे शहर के सामाजिक संगठनों ने प्रभात खबर के अभियान से प्रभावित होकर रेलवे स्टेशन के हेल्थ यूनिट में एंबुलेंस की उपलब्धता की हिमायत की.

By Prabhat Khabar News Desk | January 6, 2025 9:16 PM

जनहित के कार्यों में जुटे शहर के सामाजिक संगठनों ने प्रभात खबर के अभियान से प्रभावित होकर रेलवे स्टेशन के हेल्थ यूनिट में एंबुलेंस की उपलब्धता की हिमायत की. मालूम हो कि हाल ही में स्टेशन पर एक घायल की समय पर एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने की वजह से मौत हो गयी. जिसके बाद से प्रभात खबर स्टेशन पर एंबुलेंस की व्यवस्था कराने के मकसद से अभियान चला रहा है. इस कड़ी में प्रभात खबर ने अभियान के पांचवें दिन शहर के सामाजिक संगठनों से बात की. बातचीत का लब्बोलुआब यह निकला कि कई संगठन एंबुलेंस उपलब्ध कराने के लिए तैयार हैं, लेकिन पहल रेलवे को करना पड़ेगा.

स्टेशन की घटना दु:खद है, भागलपुर में एंबुलेंस की कमी नहीं है. सिविल सर्जन को स्थायी रूप से एक एंबुलेंस रेलवे स्टेशन अस्पताल को उपलब्ध कराना चाहिए. साथ ही कई सामाजिक संगठनों के पास भी एंबुलेंस उपलब्ध है. लायंस क्लब के पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित कर स्टेशन परिसर में स्थायी रूप से 24 X 7 समय के लिए उपलब्ध कराया जाना चाहिए. सभी सामाजिक संगठन मदद को तैयार हैं.

डॉ रतन संथालिया, अध्यक्ष, भारत विकास परिषद

खुद रेल मंत्रालय गंभीरता से सोच कर कोई योजना बनाएं कि किस प्रकार आपातकालीन स्थिति में सामाजिक संगठनों का सहयोग लिया जा सकता है. अखिल भारतीय संतमत सत्संग महासभा रेलवे के साथ आपातकालीन स्थिति में मदद करने को तैयार है. बिना रेलवे की अनुमति के कुछ भी संभव नहीं है. इसके लिए ठोस निर्णय लेना होगा. सभी सामाजिक संगठनों के साथ बैठक करने की जरूरत है.

दिव्य प्रकाश, महामंत्री, अखिल भारतीय संतमत सत्संग महासभा

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रेलवे को लायंस क्लब की ओर से एंबुलेंस को लीज पर देने को तैयार हैं. एमओयू करले, तब. रेलवे को फ्री नहीं दिया जायेगा. मेंटनेंस खर्च होता है. मेंटनेंस खर्च तो रेलवे को देना होगा. लायंस क्लब ऑफ भागलपुर कभी सामाजिक कार्यों में पीछे नहीं रहा है. इसके लिए रेलवे को नीति स्पष्ट करना होगा. सामाजिक संगठनों का सहयोग लेने के लिए बैठक करके रणनीति बनाने की जरूरत है.

मनीष बुचासिया, अध्यक्ष, लायंस क्लब ऑफ भागलपुर

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रेलवे स्टेशन के आसपास या रेल ट्रैक पर दुर्घटना होने पर लोगों को बड़ी मुसीबत से सामना करना पड़ता है. रेलवे शहर के एनजीओ सामाजिक संगठन के साथ मिलकर आपातकाल सहायता समूह बनाएं. इसमें सामाजिक वं व्यावसायिक संगठन जरूरी होने पर अपनी भूमिका निभाने को तैयार है. कानूनी पचड़े के कारण सामाजिक संगठन खुलकर सरकारी कामकाज में सहयोग नहीं कर पाते हैं.

संजीव कुमार लालू शर्मा, अध्यक्ष भागलपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स

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भागलपुर स्टेशन को हमेशा उपेक्षित नजर आता है. सरकार की ओर से कई गाड़ियां दी गयी है, जो कि अच्छी पहल है. विडंबना है कि जब तीन प्लेटफॉर्म थे तब स्वस्थ्य सुविधा बेहतर थी और अब छह प्लेटफॉर्म होने पर सुविधा नहीं के बराबर है. सरकार को अविलंबर रूप से स्वास्थ्य सुविधा व एंबुलेंस की व्यवस्था करनी चाहिए. इसमें इस्टर्न बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज मदद करने को तैयार है.

श्रवण बाजोरिया, अध्यक्ष, इस्टर्न बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज

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स्वास्थ्य सेवा में समय पर इलाज का बहुत महत्व है और इसके लिए एंबुलेंस की सख्त जरूरत है. भागलपुर इस क्षेत्र का महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है और इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध रहने की बड़ी आवश्यकता है. रोटरी क्लब ने पूर्व में स्टेशन पर लावारिस लाश रखने के लिए जीआरपी थाना के बगल में वातानुकूलित शव गृह बनवाया है. आवश्यकता पड़ने पर स्वयं सेवी संस्थाएं एंबुलेंस सेवा के लिए आगे आयेगी.

-आलोक अग्रवाल, उपाध्यक्ष, इस्टर्न बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन

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केंद्रीय रेलवे रेल यात्री संघ की ओर से रेलवे स्टेशन में एंबुलेंस, ऑक्सीजन सिलिंडर, स्ट्रेचर व व्हील चेयर की सुविधा दी गयी थी. प्रबंधन में बदलाव हो गया. मौजूदा प्रबंधन सहयोगात्मक रवैया अपनाएं, तो सारी सुविधा केंद्रीय रेलवे रेल यात्री संघ देने को तैयार है. कोई भी गाड़ी व संसाधन देने से नहीं हो, बल्कि उसकी सुरक्षा व मेंटनेंस की भी बात होती है. रेलवे को इस दिशा में ध्यान देना होगा.

विष्णु खेतान, केंद्रीय अध्यक्ष, केंद्रीय रेलवे रेलयात्री संघ

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रोटरी विक्रमशिला पिंक रक्तदान शिविर, कंबल वितरण, स्वास्थ्य जांच शिविर, महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में काम करता है. जहां तक एंबुलेंस की बात है, तो बिना रेलवे की अनुमति से रेलवे परिसर में सुविधा नहीं दी जा सकती है. रेलवे को सामंजस्य स्थापित करके तय करना होगा. सामाजिक संगठनों ने ही कोरोना काल में सेवा कार्य संचालित किया और आमलोगों को संकट से निकाला. एंबुलेंस की व्यवस्था भी होगी.

चंदना चौधरी, पूर्व अध्यक्ष, रोटरी विक्रमशिला पिंक

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