समय खोना अर्थात भविष्य में रोना है. जैसा भविष्य आप चाहते हैं, उसी के अनुसार वर्तमान में जीएं. हृदय में जगह वही बना पाते हैं, जो किसी का दिल नहीं दुखाते. गुरु की फटकार सुखमय जीवन के लिए आशीर्वाद है. जो दूसरों का सम्मान नहीं करता वह सम्मानीय व्यक्ति हो ही नहीं सकता. असफलता सफलता की भूख और बढ़ा देती है. मन में उदारता धर्म है. गलत निर्णय सदा पछतावा देते हैं. जीवन में सत्य धर्म आ जाएं तो, मुक्ति एकदम निश्चित है. उक्त बातें कोतवाली चौक स्थित जैन मंदिर में श्रद्धालुओं के बीच प्रवचन करते हुए मध्य प्रदेश से पधारे पंडित मुकेश शास्त्री ने कही. मौका था दशलक्षण महापर्व के पांचवें दिन उत्तम सत्य धर्म की आराधना की. कोतवाली चौक स्थित मंदिर में सामूहिक पूजन किया गया. कार्यक्रम के आयोजन में राजीव पाटनी, अनिल काला, पीयूष रारा, नीरज पाटनी, सूरज जैन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.
झूठ कभी सुख नहीं दे सकता : पंडित जागेश शास्त्री
वही चंपापुर जैन सिद्ध क्षेत्र में उत्तम सत्य धर्म की पूजा अर्चना भक्तिभाव से की गयी. मंगलाचरण उत्तम पाटनी ने किया. सिद्धक्षेत्र में जबलपुर के पंडित जागेश शास्त्री ने कहा कि घबराहट से बनते कार्य बिगड़ जाते हैं. झूठ कभी सुख नहीं दे सकता. सत्य व्यक्ति की पहचान बनाता है, इसलिए सदा सत्य बोले. सज्जन पुरुष कर्तव्य याद रखते हैं, ना कि अधिकार. सत्य बोलने के लिए साहस की आवश्यकता है. गलती को छुपाना अर्थात गलती पर गलती करना है. सिद्धक्षेत्र मंत्री सुनील जैन ने कहा कि सत्य कड़वा होता है, परंतु लाभकारी होता है. किसी की कोई बात कड़वी लगे तो समझ लेना कि उसने सत्य कहा है. इस दौरान बताया कि महापर्व के छठे दिन 13 सितंबर शुक्रवार को उत्तम संयम धर्म की पूजा अर्चना की जायेगी. इस मौके पर निर्मल कुर्मावाला, प्रकाश बड़जात्या, स्वरूप रारा, सुभाष छाबड़ा, सुमंत पाटनी, मनोज अजमेरा, अमित बड़जात्या, संजय पाटनी, सज्जन विनायका, संजय गंगवाल, राजेश पाटनी आदि उपस्थित थे.
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