तिलकामांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी (TMBU) के सीनेट हॉल में कुलपति प्रो जवाहर लाल की अध्यक्षता में सभी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्यों की बैठक हुई. इसमें कॉलेजों के जमीन पर अतिक्रमण, नैक मूल्यांकन की तैयारी व पीएम रूसा फंड के आवेदन भरने को लेकर करीब दो घंटे तक बैठक हुई.
अतिक्रमण को लेकर एफआइआर दर्ज कराने का निर्देश
कुलपति कॉलेजों के जमीन पर अवैध रूप से कब्जा किये जाने को लेकर कड़े तेवर में दिखे. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जमीन के अतिक्रमण को लेकर कॉलेज अगर लापरवाही बरत रहे है, तो कार्रवाई के लिए तैयार रहे. कॉलेज की जमीन पर अवैध कब्जा या अतिक्रमण को लेकर एफआइआर दर्ज कराये.
कुलपति ने 30 अक्टूबर तक मांगा रिपोर्ट
कुलपति ने विवि सहित सभी कॉलेजों से 30 अक्टूबर तक संबंधित कॉलेजों से अवैध कब्जा या अतिक्रमण भूमि से संबंधित रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. कॉलेजों से कहा गया है कि वे रिपोर्ट में कब्जा किये जमीन, अतिक्रमण से संबंधित जमीन व बिना विवाद के जमीन की पूरी रिपोर्ट तैयार करे. ताकि रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई सुनिश्चित ढंग से किया जा सके. कुलपति ने कहा कि संस्थान की जमीन को कोई अवैध रूप से कब्जा कर रहा है. कॉलेज प्रशासन अविलंब ऐसे लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराये. मौके पर एफए दिलीप कुमार, प्रभारी रजिस्ट्रार डॉ संजय झा, प्रो जगधर मंडल, विकास पदाधिकारी अनिल कुमार,प्रो अशोक कुमार ठाकुर, प्रो एसएन पांडेय, डॉ संजीव कुमार सिन्हा, प्रो शिव प्रसाद यादव, डॉ दीपक कुमार दिनकर, डॉ आनंद शंकर आदि मौजूद थे.
पीएम रूसा पर कॉलेजों को दिये विशेष निर्देश
कुलपति ने पीएम रूसा को लेकर कॉलेजों को विशेष निर्देश दिया है. अंगीभूत कॉलेजों को पीएम रूसा से फंड मिलने का बेहतर मौका मिल रहा है. इस फंड से कॉलेजों को पांच करोड़ मिलेंगे. उन्होंने कहा कि पोर्टल पर छह नवंबर तक आवेदन करे. निर्धारित तिथि के अंदर सारी प्रक्रिया को पूरा करे. कुलपति ने कहा कि पीएम रूसा ने बिहार के 17 जिलों को फोकस जिलों के रूप में सूची में शामिल किया है. इसमें बांका को भी शामिल किया गया है.
उन्होंने पीबीएस कॉलेज बांका के प्रभारी प्राचार्य को निर्देश दिया है कि अभी से लग जाये. पोर्टल पर आवेदन करे. अनुदान मिलने का सुनहरा अवसर है. इससे कॉलेज में नया भवन के साथ-साथ पुराने भवन का भी जीर्णोंधार होगा. साथ ही एसएम कॉलेज व एमएएम कॉलेज नवगछिया के नोडल पदाधिकारी से भी कहा कि बची प्रक्रिया को छह नवंबर तक पूरा कर लें. ताकि दोनों कॉलेज को अनुदान मिलना आसान हो जाये.
नैक मूल्यांकन की तैयारी धीमी रहने पर जताया अफसोस
बैठक में कुलपति ने कॉलेजों के नैक मूल्यांकन की तैयारी धीमी रहने पर अफसोस जताया. मौके से नैक मूल्यांकन से जुड़ी रिपोर्ट कॉलेज के आक्यूएसी के समन्वयक अबतक की तैयारी की जानकारी ली. लेकिन कॉलेजों द्वारा नैक मूल्यांकन को लेकर बताये गये तैयारी पर असंतोष जाहिर किया.
कुलपति ने नैक मूल्यांकन की तैयारी में तेजी लाने का निर्देश दिया है. वहीं, मुरारका कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ अमरकांत सिंह के बैठक में नहीं आने पर विफरे. उन्होंने कॉलेज के नैक मूल्यांकन की धीमी प्रक्रिया को लेकर भी डॉ सिंह के प्रति नाराजगी जाहिर की.
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पीबीएस कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य की लगायी क्लास
बैठक के बीच से ही पीबीएस कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ अरविंद साह निकल गये थे. कुलपति ने उन्हें कुछ मामलों में खोजा, तो बताया गया कि बाहर निकल गये है. इस बाबत कुलपति के बुलाने पर फिर से बैठक में पहुंचे. इसे लेकर कुलपति ने प्रभारी प्राचार्य बांका की जमकर क्लास लगायी. उन्होंने कहा कि कुलपति के बैठक कर रहे है. ऐसे में आप कैसे बैठक के बीच से बाहर निकल गये.