कम इम्यूनिटी वाले आ रहे वायरल इंफेक्शन की चपेट में

- डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, हार्ट व दमा जैसे मरीजों की बढ़ी समस्या

By Prabhat Khabar News Desk | January 3, 2025 9:37 PM

– बच्चे और बुजुर्ग हो रहे सर्दी, खांसी व बुखार से पीड़ित

वरीय संवाददाता, भागलपुर

पछिया हवा ने कनकनी बढ़ा दी है. ठंड की चपेट में आकर अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. कम इम्यूनिटी वाले लोगों की समस्या बढ़ गयी है. खासकर बच्चे से लेकर बुजुर्गों तक का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है. सरकारी अस्पताल से लेकर निजी चिकित्सकों के क्लीनिक में ठंड प्रभावित मरीज काफी पहुंचे रहे हैं. मॉर्निंग वाॅक करने वालों पर भी ठंडी हवा का असर हो रहा है. बच्चों में भी सर्दी-खांसी व बुखार के अलावा निमोनिया की शिकायतें बढ़ रही हैं. वहीं बच्चों में उल्टी और दस्त की शिकायतें भी आ रहीं हैं. मरीजों का कफ और बुखार की शिकायत में साधारण एंटीबायोटिक्स का भी असर कम दिख रहा है. मरीजों को स्वस्थ होने में सप्ताह भर का समय लग रहा है. चिकित्सकों की मानें तो कोविड के बाद से अमूमन देखा जा रहा है. इस तरह के मामलों में मरीजों को स्वस्थ होने में सप्ताह से लेकर दस दिनों का समय लग रहा है. मामले पर वरीय फिजिशियन डॉ विनय कुमार झा ने बताया कि कोविड भी एक तरह का वायरल संक्रमण है. वर्तमान समय में हो रहा सर्दी, खांसी व बुखार का मुख्य कारण वायरस है. इसके लिए लोग शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने पर ध्यान दें. हरी साग सब्जी समेत नारंगी व आंवला जैसे खट्टे फल का सेवन करें. इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेी.

शुगर व हार्ट के मरीज बरतें एहतियात

ठंड की वजह से अस्पतालों में हार्ट के मरीज बढ़े हैं. जेएलएनएमसीएच से संबद्ध सुपर स्पेशियिलटी अस्पताल के ओपीडी में हार्ट अटैक के मरीज पहुंच रहे हैं. वहीं ब्रेन स्ट्रोक के मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं. चिकित्सकों का कहना है कि ठंड में अमूमन मानव शरीर की नसें सिकुड़ जाती हैं. जिस वजह से शरीर में रक्त संचार प्रभावित होता है. जरा सा भी एक्सपोजर होने पर स्ट्रोक की आशंका बढ़ जाती है. इनमें प्रभावित व्यक्ति को ब्रेन हैमरेज, हार्टअटैक और पक्षाघात भी हो सकते हैं. इस मौसम में जो भी हृदयरोगी हैं या शुगर के मरीज हैं उन्हें सतर्क रहने की जरूरत है.

रखें सावधानी

मरीज नियमित जांच और दवा लेते रहें

हमेशा गर्म कपड़ों से शरीर को ढकें.

भोजन और पानी गर्म ही सेवन करें.

अलाव व रूम हीटर से अचानक बाहर न निकलें.

बाहर निकलते समय सिर, कान और नाक को भी ढकें.

सर्दी खांसी से प्रभावित व्यक्तियों से बच्चों को दूर रखें.

सांस संबंधी परेशानी की स्थिति में चिकित्सक से सलाह जरूर लें

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