आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का हब बना भागलपुर, यहां के इंजीनियर देश-दुनिया में चर्चित

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का हब बना भागलपुर, यहां के इंजीनियर देश-दुनिया में चर्चित

By Prabhat Khabar News Desk | September 14, 2024 11:39 PM

इंजीनियर्स डे विशेष गौतम वेदपाणि, भागलपुर भारत के महानतम इंजीनियरों में से एक सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जयंती पर हर वर्ष 15 सितंबर को देश में इंजीनियर्स डे के तौर पर मनायी जाती है. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफाॅर्मेशन टेक्नोलॉजी (ट्रिपल आइटी) भागलपुर जैसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थान ने भागलपुर को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक का हब बना दिया. वहीं भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज, केंद्रीय पेट्रो रसायन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आइटी) राजकीय पॉलिटेक्निक, महिला व पुरुष आइटीआइ, बिहार रेशम एवं वस्त्र संस्थान जिले में इंजीनियरिंग के विभिन्न ब्रांच की गतिविधि में अग्रसर हैं. संस्थान के अलावा शहर में इंजीनियरिंग के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले कई वैज्ञानिक व विशेषज्ञ हैं. इन्होंने अपनी काबलियत के दम पर बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में भागलपुर का नाम रौशन किया है. इन्होंने तकनीक के क्षेत्र में इनाेवेशन कर युवाओं के लिए आदर्श स्थापित किया है. ——————————————– कोविड व टीबी जांच का सॉफ्टवेयर विकसित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी भागलपुर के इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्यूनिकेशन विभाग के असिस्टेंट प्राफेसर डॉ संदीप राज ने कोविड व टीबी जांच के लिए सॉफ्टवेयर विकसित किया. इस सॉफ्टवेयर को आइसीएमआर स्वास्थ्य मंत्रालय से एप्रूवल भी मिला. यह आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर आधारित सिस्टम है. इसमें मरीज के एक्सरे को अपलोड करते ही पांच सेकेंड में रिपोर्ट मिलता है. इन्होंने दुनिया के सबसे छोटे माइक्रो प्रोसेसर चिप का डिजायन और बीएयू सबौर के लिए बिहार कृषि एप को भी विकसित किया. ———————————— डीप फेक वीडियो की पहचान के लिए तैयार किया प्रोजेक्ट इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी भागलपुर के इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्यूनिकेशन विभाग के असिस्टेंट प्राफेसर डॉ धीरज कुमार सिन्हा ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे डीपफेक वीडियो से संबंधित प्रोजेक्ट को तैयार किया. यह प्रोजेक्ट संस्थान के छात्र नेशनल हैकेथॉन में भी प्रस्तुत करेंगे. डॉ सिन्हा ने माइक्रो प्रोसेसर चिप का डिजायन में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. साथ ही संस्थान को भारत व दुनिया में पहचान बनाने में भी काफी संघर्ष किया है. ———————– माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के एमडी की युवाओं को सलाह शहर के दीपनगर मुहल्ले से संबंधित व माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के एमडी राजीव कुमार ने इंजीनियरिंग सेक्टर में कॅरियर बनाने के इच्छुक युवाओं को विशेष सलाह दी. उन्होंने कहा कि युवाओं को स्कूल व कॉलेज की पढ़ाई के दौरान गणित व विज्ञान विषय पर विशेष ध्यान दें. वहीं कंप्यूटर से संबंधित कोर्स खासकर कोडिंग का नियमित रूप से प्रैक्टिस करें. उन्होंने बताया कि उनका भागलपुर से विशेष लगाव है. वह हर साल छठ पर्व मनाने भागलपुर आते हैं. उनके बहनोई कमल जायसवाल शहर के जाने माने समाजसेवी हैं. ——————- नीले डायमंड सेंटर में चल रहा कंप्यूटर सेंटर व लाइब्रेरी बिल्डिंग सोशल मीडिया पर भागलपुर को आयकॉन के रूप में घंटाघर की फोटो का प्रयोग होता है. अब घंटाघर के साथ शहर को ट्रिपल आइटी के डायमंड सेंटर से भी पहचान मिलेगी. इस नीले रंग के शीशे से तैयार डायमंड के इस शीश महल को कंप्यूटर सेंटर व लाइब्रेरी बिल्डिंग भी कहा जाता है. —————— एडवांस मोटर के निर्माण के लिए एआइ टूल विकसित किया इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलाॅजी भागलपुर के मेकाट्रॉनिक्स विभाग के सहायक प्राध्यापक सह रजिस्ट्रार डॉ गौरव कुमार ने संस्थान की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. उन्होंने वाहनों में प्रयोग होने वाले मोटर के एडवांस डिजायन को विकसित किया है. इसके लिए उन्होंने आर्टिफिशियल टूल का डिजायन तैयार किया है. डॉ गौरव बताते हैं कि बड़े संयंत्रों से लेकर ई व्हीकल में इस मोटर का प्रयोग होगा. इससे इंधन की काफी बचत होगी.

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