Indian Railways भागलपुर के कहलगांव में गंगा पर प्रस्तावित विक्रमशिला-कटरिया रेल पुल परियोजना को केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. 2.44 किलोमीटर लंबे मुख्य ब्रिज के साथ यह रेल परियोजना 26.23 किलोमीटर लंबी होगी. इसके निर्माण में 2549.17 करोड़ रुपये की लागत आयेगी.
शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्रीय कैबिनेट ने देश में आठ बड़ी रेलवे परियोजनाओं को मंजूरी दी. इनमें विक्रमशिला-कटरिया परियोजना भी शामिल है. सभी आठ परियोजनाओं को पूरा करने में 24,657 करोड़ रुपये निवेश किये जाएंगे. इन प्रोजेक्ट को 2030-31 तक पूरा कर लिया जाएगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इन परियोजनाओं की जानकारी दी.
बिहार-झारखंड आना-जाना होगा सुगम
यहां बता दें कि विक्रमशिला-कटरिया परियोजना से बिहार-झारखंड आना-जाना सुगम हो जाएगा. इस योजना के तहत भागलपुर की तरफ बटेश्वर स्थान से गंगा नदी के दूसरी ओर नवगछिया के कटरिया तक नयी रेल लाइन बनेगी. इससे गंगा के दोनों किनारे जुड़ जाएंगे. बिहार के सीमांचल के जिले पूर्णिया, कटिहार, अररिया एवं किशनगंज तक रेल से सफर करना आसान हो जाएगा.
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विक्रमशिला स्टेशन भागलपुर-साहिबगंज लाइन पर और कटरिया स्टेशन कटिहार-बरौनी लाइन पर स्थित है. बिहार में गंगा नदी बक्सर से राजमहल तक लगभग 450 किमी तक बहती है. गंगा नदी पर सिर्फ तीन रेल पुल हैं. इस रेल परियोजना से गंगा नदी पर एक अतिरिक्त मेगा पुल का निर्माण होगा.
उत्तरी बिहार से जुड़ेंगा पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर क्षेत्र और दक्षिण बिहार, झारखंड, ओडिशा
इससे उत्तरी बिहार, पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर क्षेत्र और दक्षिण बिहार, झारखंड, ओडिशा में रेल यातायात को नयी गति मिलेगी. साथ ही राजमहल कोल परियोजना से निकलने वाले कोयला का परिवहन पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में आसानी से हो सकेगा.
एक नजर में
विक्रमशिला-कटरिया नयी लाइन : 26.23 किमी
मुख्य पुल की लंबाई : 2.44 किमी अनुमानित लागत : 2,549 करोड़
अधिग्रहित की जाने वाली भूमि : 194 हेक्टेयर
रोजगार सृजन : 22 लाख मानव दिवस