भागलपुर: विधानसभा चुनाव को लेकर शनिवार को दोबारा राजनीतिक दलों के साथ जिला प्रशासन ने बैठक की. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम प्रणव कुमार ने दलों के प्रतिनिधियों को यह बताया कि इस बार किसी भी मतदान केंद्र पर एक हजार से अधिक मतदाता नहीं होंगे. जहां पर निर्धारित संख्या से अधिक मतदाता होंगे, वहां पर सहायक बूथ बनाया जायेगा. प्रतिनिधियों को कटाव में ध्वस्त हुए और अन्य कारणों से बूथ को शिफ्ट करने की जानकारी देते हुए डीएम ने 10 दिन के भीतर बीएलए की सूची तैयार कर जमा करने को कहा.
उप निर्वाचन पदाधिकारी श्वेता कुमारी ने बताया कि बैठक में 11 में से नौ दलों के प्रतिनिधि शामिल हुए. बैठक में मतदान केंद्र का प्रस्ताव पेश किया गया. इनमें बूथ शिफ्टिंग और सहायक बूथ शामिल किये गये थे. इस बार 1094 सहायक बूथ बनाये जाने का निर्णय लिया गया है.
विधानसभा चुनाव को लेकर बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट व वीवीपैट की प्रथम स्तरीय जांच के लिए कार्यक्रम निर्धारित किया गया है. एक जुलाई को 5500 बैलेट यूनिट, 3995 कंट्रोल यूनिट और 4876 वीवीपैट की जांच होगी. इसे लेकर हैदराबाद के इलेक्शन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा अभियंताओं की प्रतिनियुक्ति की गयी है. जांच के पर्यवेक्षण के लिए जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अरुण कुमार सिंह को प्रभारी पदाधिकारी के रूप में नामित किया गया है. इसकी सूचना सभी राजनीतिक दलों के जिलाध्यक्ष व सचिव को दी गयी है.
बीयू, सीयू व वीवीपैट को वेयर हाउस में सुरक्षित रखने की व्यवस्था की गयी है. वेयर हाउस खोलने के समय प्रतिदिन प्रभारी पदाधिकारी को उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है. राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि प्रपत्र पर हस्ताक्षर करेंगे.
जांच के दौरान वैसे लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा, जिनके नाम सूची में नहीं हैं. जो लोग जांच के लिए जांच स्थल में प्रवेश करेंगे, उनकी जांच मेटल डिटेक्टर से कराने की व्यवस्था पुलिस लाइन के परिचारी प्रवर करेंगे.