अंतरराज्यीय आपराधिक गिरोह का पर्दाफाश, आठ गिरफ्तार
अंतरराज्यीय आपराधिक गिरोह का पर्दाफाश, आठ गिरफ्तार
–चोरी-डकैती व अन्य आपराधिक घटनाओं को देते थे अंजाम
–बाइक, लैपटॉप, एलइडी टीवी, आभूषण, मूर्ति, मोबाइल सहित चोरी में इस्तेमाल किये जानेवाले भारी संख्या में उपकरण बरामद
– भागलपुर पुलिस को मिली इस सफलता के बारे डीएसपी कार्यालय में प्रेसवार्ता कर दी गयी जानकारी
भागलपुर सहित आसपास के जिलों और बिहार से सटे राज्यों में चोरी व डकैती जैसी घटनाओं को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है. भागलपुर पुलिस की डीआइयू टीम और थानाें की टीम की संयुक्त कार्रवाई में भागलपुर पुलिस को यह सफलता मिली है. मामले में कुल 8 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गयी है. पुलिस को मिली इस सफलता की जानकारी देने के लिए रविवार को संयुक्त भवन स्थित सिटी डीएसपी 2 के कार्यालय में डीएसपी विधि व्यवस्था चंद्र भूषण ने प्रेसवार्ता का आयोजन किया. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में हो रही चोरी की घटनाओं पर नकेल कसने के लिए कुछ संदिग्ध अपराधियों का मोबाइल नंबर निकाला गया था. डीआइयू की टीम उक्त मोबाइल नंबरों की निगरानी कर रही थी. उक्त नंबरों को पीएल पर भी रखा गया था. जिस पर अपराधी किसी और लोकेशन पर घटना को अंजाम देने की बात कहते थे, पर चोरी की घटना किसी और जगह हो जाती थी. ऐसे में पुलिस के लिए उक्त गिरोह का पर्दाफाश करने में काफी मुश्किल हो रही थी. इसी क्रम में पुलिस को जानकारी मिली कि उक्त गिरोह के सदस्य चोरी किये गये सामान और रुपयों का बंटवारा करने के लिए बाइपास थाना क्षेत्र के एक बगीचे में इकट्ठा होने वाले है. उक्त सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की और कुल आठ अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया.जिन अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है उनमें नया टोला बैजानी निवासी बासुकी भगत, बाइपास क्षेत्र बड़ी नीमा निवासी मन्नु साह, बरारी थाना क्षेत्र का मुस्तफापुर निवासी मो काले, मुस्ताफापुर का ही रहनेवाला मो तबरेज उर्फ वैज्ञानिक, वहीं का रहनेवाला शाहबाज उर्फ छोटू, कजरैली तमौनी निवासी रंजीव साव, करजैली गौराचौकी निवासी अरविंद कुमार और मुंगेर जिला के धरहरा स्थित सुनगठिया निवासी संजय चौधरी शामिल है.
इन अपराधियों का मिला आपराधिक इतिहासगिरफ्तार किये गये अभियुक्तों में से तीन लोगों का आपराधिक इतिहास निकाला गया है. बरारी क्षेत्र का मुस्तफापुर निवासी मो तबरेज उर्फ वैज्ञानिक के विरुद्ध 2022 में हत्या व आर्म्स एक्ट, 2024 में झूठा साक्ष्य देने के आरोप में, 2018, 2016 2014, 2012, 2003 और 2002 में चोरी के मामलों में केस दर्ज है. वहीं बासुकी भगत के विरुद्ध 2021 में सरकारी कार्य में बाधा, 2023 और 2024 में मद्य निषेध अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज है. मो काले के विरुद्ध 2022 में साधारण दंगा और 2023 में हत्या के प्रयास व साधारण दंगा की धाराओं में केस दर्ज है.
विगत कुछ माह में जिले में पांच चोरी की घटनाओं को दिया था अंजामगिरफ्तार अभियुक्तों से की गयी पूछताछ के दौरान उन्होंने पुलिस जिला के विभिन्न थाना क्षेत्रों में चोरी की विभिन्न घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकार की. इनमें दो घटना जोगसर थाना क्षेत्र की है. एक हबीबपुर और दो सनोखर थाना क्षेत्र की है. उक्त घटनाओं को अंजाम देनेवालों में बासुकी, मन्नु, काले, तबरेज, संजय और शाहबाज शामिल है.
इन सामान बरामदगीजिन सामान की बरामदगी की गयी है उनमें 3 बाइक, 1 लैपटॉप, 1 एलइडी टीवी, 691.6 ग्राम चांदी के आभूषण, 7 मोबाइल फोन, पीतल की संयुक्त मूर्ति, भारी मात्रा में कपड़े सहित स्क्रू ड्राइवर, लाेहे का बाछेनी, लोहे का पाइप, चार्जर आदि शामिल है.
टीम में उक्त पदाधिकारी थे शामिलगिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया गया. इसकी निगरानी का जिम्मा सिटी और नेतृत्व डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर को सौंपा गया. टीम में बाइपास थानाध्यक्ष एसआइ सूरज कुमार वैभव सहित थाना के एसआइ बैजनाथ, एसआइ सुशील गरई, एसआइ प्रमोद राम, बरारी थाना के एसआइ सूरज भूषण सहित डीआइयू प्रभारी रंजीत कुमार, सुशील राज, एजाज रिजवी, अजय कुमार, बच्चन राम, अभिमन्यु कुमार सिंह सहित बाइपास थाना के सशस्त्र बल शामिल थे.
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