रविवार देर शात दिल्ली से चलकर स्पेशल ट्रेन भागलपुर पहुंची. इससे 106 यात्री उतरे. आधा दर्जन ने ही कोविड-19 की जांच करायी. इसमें दो पॉजिटिव मिले. दरअसल, ट्रेन से उतरने के बाद सभी यात्री कोरोना जांच से परहेज करते हुए फुटओवर ब्रिज से भाग निकले. वहीं, कोई ऐसी व्यवस्था नहीं करायी गयी है कि यात्रियों को हर हाल में कोरोना जांच करानी ही पड़े.
रोजगार छोड़ कर सूरत से आये लोगों में किसी ने कोरोना की जांच करायी तो कई ने नहीं. करीब 150 लोग सूरत एक्सप्रेस से उतरे. उतरने वाले ज्यादातर पैसेंजर भागलपुर, पूर्णिया और बांका जिले के रहने वाले है. ये लोग पिछले कई वर्ष से दूसरे शहरों में रहकर रोजगार कर रहे थे.
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सूरत से चलकर भागलपुर पहुंची एक्सप्रेस से उतरने के बाद यात्रियों की कोरोना जांच हुई. इसमें 21 यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी. पॉजिटिव आने वाले यात्रियों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से आइसोलेशन वार्ड और होम आइसोलेशन में रहने के लिए पूछा गया. इसके बाद कई पॉजीटिव यात्रियों को एंबुलेंस से घर और अस्पताल छोड़ा गया.
सूरत एक्सप्रेस से उतरने के बाद एक यात्री की जांच में पॉजिटिव आया. एंबुलेंस से घर पहुंचाने की बात सुन उन्होंने दौड़ लगा दी. स्टेशन से बाहर निकल कर ऑटो से घर चले गये. वहीं, सभी देखता रह गया. इससे पहले संक्रमित यात्री करीब 15 मिनट तक हाइवोल्टेज ड्रामा करता रहा. स्वास्थ्य विभाग के लोग समझाते रहे. संक्रमित होने के कारण उसके पास कोई जाने को तैयार नहीं था. इस बीच संक्रमित यात्री स्टेशन से घर भाग गया.
रविवार को दिन भर विभिन्न ट्रेनों से हजारों यात्रियों की आवाजाही हुई. इसमें 348 यात्रियों ने कोविड-19 की जांच करायी. इसमें 52 पॉजिटिव मिले. कुछ को कुछ अस्पताल गये, तो ज्यादातर होम आइसोलेट हुए.
Posted By: Thakur Shaktilochan