आज होना था छेका, आठ मई को होनी थी शादी, प्रीति बोली, पहले निभाऊंगी पुलिस की ड्यूटी
प्रीति का छेका आज ही के दिन शुक्रवार को होना था और अगले माह आठ मई को उसकी शादी होने वाली थी. जबकि चार नवंबर, 2019 को ही उसकी इंगेजमेंट हो चुकी थी. शादी का कार्ड भी छप चुका और तैयारियां भी जोरों पर थीं, लेकिन कोरोना महासंकट और लॉकडाउन के बीच प्रीति ने सब कुछ छोड़ कर अपनी ड्यूटी मुस्तैदी से निभाना ज्यादा महत्वपूर्ण समझा
आशुतोष, भागलपुर : कोरोना ने देश और दुनिया में मुश्किलें तो बढ़ायीं, लेकिन इन्हीं मुश्किलों में राह चुन कुछ ने अपने जज्बे से अपनी जिम्मेदारियों की मिसाल भी कायम कर दी. भागलपुर पुलिस लाइन में पिछले दो साल से तैनात प्रीति कुमारी कुछ ऐसे ही चंद जिम्मेदारों की फेरहरिस्त में शुमार है. प्रीति का छेका आज ही के दिन शुक्रवार को होना था और अगले माह आठ मई को उसकी शादी होने वाली थी. जबकि चार नवंबर, 2019 को ही उसकी इंगेजमेंट हो चुकी थी. शादी का कार्ड भी छप चुका और तैयारियां भी जोरों पर थीं, लेकिन कोरोना महासंकट और लॉकडाउन के बीच प्रीति ने सब कुछ छोड़ कर अपनी ड्यूटी मुस्तैदी से निभाना ज्यादा महत्वपूर्ण समझा.
उसने अपने घर वालों से तत्काल छेका और शादी कैंसिल करने का आग्रह किया, ताकि उसकी ड्यूटी में किसी भी तरह की चूक न हो.पहले ट्यूशन पढ़ाकर निकालती थी अपना खर्चरोहतास जिले के सेमरा गांव की रहने वाली प्रीति सात भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर है. एक गरीब किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाली प्रीति के पिता मुरली पासवान ने मजदूरी कर किसी तरह सबकी परवरिश की. साथ ही प्रीति को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित किया. अपना और अपने भाई-बहनों की पढ़ाई का खर्च उठाने के लिए प्रीति ने बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया.
शुरुआती दिन संघर्ष में गुजरे और आखिरकार उसकी मेहनत रंग लायी. 2018 में वह बिहार पुलिस के लिए चयनित हो गयी और बांका में ट्रेनिंग के बाद भागलपुर पुलिस लाइन में तैनाती हुई.पहले से तय कर लिया जॉब लगने के बाद ही करूंगी शादीप्रीति ने पहले से ही तय कर रखा था कि नौकरी मिलने के बाद ही वह शादी करेगी. हुआ भी कुछ ऐसा ही, लेकिन इस बीच कोरोना और लॉक डाउन की दुश्वारियों में फिलहाल उसकी शादी टल गयी. अब उसके घरवालों और परिजनों को सबकुछ सामान्य होने पर शादी की तारीख का इंतजार है. फिलहाल अपनी ड्यूटी निभा रही प्रीति ने यह भी तय नहीं किया कि 11 मई को उसके बड़े भाई की शादी में वह जायेगी भी या नहीं.