यौन हिंसा के विरोध में जनप्रिय महिला स्वावलंबन समिति की ओर से बुधवार को परबत्ती स्थित कार्यालय से प्रतिवाद मार्च निकाला गया. मार्च में शामिल महिला कार्यकर्ताओं ने बहुत हो चुका अब नहीं सहेंगे, दो-दो हाथ हम भी करेंगे. गीत प्रस्तुत करते हुए आक्रोश जताया. मार्च उर्दूबाजार, रामसर और लहेरी टोला होते हुए स्टेशन चौक पहुंच कर खत्म हुआ और यहां सभा हुई. प्रतिवाद सभा की अध्यक्षता समिति के संयोजक रेखा कुमारी और संचालन इकराम हुसैन शाद ने किया. रेखा कुमारी ने कहा कि समाज और सरकार दोनों महिलाओं और बच्चों के प्रति गंभीर नहीं है. आये दिन देश में कहीं न कहीं यौन हिंसा, घरेलू हिंसा, उत्पीड़न का महिलाएं और बच्चियां शिकार हो रही हैं. जनप्रिय के निदेशक गौतम कुमार, अमरीना सेराज, पिंकी देवी, रेखा देवी और सुमन देवी ने कहा कि मुजफ्फरपुर में एक महादलित समुदाय के 15 वर्षीय बच्ची का बलात्कार और हत्या, महाराष्ट्र के बदलापुर के साढ़े तीन साल के मासूम बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न और बंगाल के डॉक्टर के बलात्कार के बाद हत्या ये घटनाएं बताती है कि पुरुषों में महिलाओं के प्रति कोई सम्मान नहीं है.
महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाये सरकार : रामशरण
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