पुलिस व परिजनों काे सूचना देने वाला जैकी ही निकला अपने मामा का हत्यारा

बबरगंज थाना क्षेत्र के कुतुबगंज स्थित सूर्यलोक कॉलोनी में विगत 5 अप्रैल को अमरेंद्र सिंह हत्याकांड के बेल पर बाहर आये आरोपित पवन यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. घटना के एक सप्ताह के भीतर ही पुलिस ने मामले में दर्ज केस से अलग चौंकाने वाला खुलासा किया.

By Prabhat Khabar News Desk | April 11, 2024 8:27 PM

मामले में की गयी तकनीकी अनुसंधान के क्रम में सामने आया सच, सिटी एसपी ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी

बबरगंज थाना क्षेत्र के कुतुबगंज स्थित सूर्यलोक कॉलोनी में विगत 5 अप्रैल को अमरेंद्र सिंह हत्याकांड के बेल पर बाहर आये आरोपित पवन यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. घटना के एक सप्ताह के भीतर ही पुलिस ने मामले में दर्ज केस से अलग चौंकाने वाला खुलासा किया. मामले में दो दिन पूर्व भागलपुर पुलिस ने मृतक के भांजा जैकी यादव को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था. दो दिनों तक हुई पूछताछ और किये गये तकनीकी अनुसंधान में उसके विरुद्ध पुलिस को पर्याप्त साक्ष्य हाथ लगे. पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए उसे गुरुवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया. हत्याकांड में लाये गये अप्राथमिक अभियुक्त के नाम का खुलासा करने के लिए सिटी एसपी कार्यालय में गुरुवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया.

प्रेस वार्ता के दौरान सिटी एसपी राज ने बताया कि कांड में दर्ज छह नामजद अभियुक्तों के विरुद्ध जांच जारी रखते हुए पुलिस की विशेष टीम ने मृतक पवन कुमार यादव के भांजा जैकी यादव को गिरफ्तार किया. मामले में पैसों के लेनदेन सहित अनाज गोदाम में वर्चस्व को लेकर चल रहे विवाद की बात सामने आयी. पुलिस की जांच के दौरान वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गठित एसआइटी ने सीसीटीवी फुटेज देखे. इसमें सिर्फ अप्राथमिक अभियुक्त जैकी यादव को घटना के वक्त घर में प्रवेश करते और निकलते पाया गया. इस संबंध में जैकी को हिरासत में लेकर उसके मोबाइल की जांच की गयी. उसने पूछताछ में सारी बातें बतायी. इसमें जैकी द्वारा ही गोली मार कर हत्या किये जाने की बात का खुलासा हुआ है. घटना में प्रयुक्त हथियार सहित कांड में नामजद छह अन्य अभियुक्तों के विरुद्ध जांच की जा रही है. सिटी एसपी ने बताया कि उनकी निगरानी में कार्य रही एसआइटी का नेतृत्व सिटी डीएसपी 2 राकेश कुमार कर रहे थे. टीम में बबरगंज थानाध्यक्ष एसआइ रविशंकर कुमार, डीआइयू के धनंजय कुमार, एसआइ राहुल कुमार पासवान, एसआइ प्रभात कुमार, एसआइ सुशील राज, सिपाही बच्चन राम, अभिमन्यु कुमार सिंह, रजनीश कुमार शामिल थे.

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मेठ बनने को लेकर हो गयी कई हत्याएं

बबरगंज थाना क्षेत्र के एसएफसी अनाज गोदाम के मेठ बनने को लेकर वर्चस्व के लिए कई हत्याएं हुई. अनाज गोदाम का मेठ बनने पर होने वाली कमाई को लेकर यह खूनी खेल चला आ रहा है. विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ साल पूर्व कुल्लो यादव की हत्या कर दी गयी थी. कुल्लो की हत्या के बाद अनाज गोदाम पर बतौर मेठ अमरेंद्र सिंह का दबदबा बना रहा. पर इसी बीच अमरेंद्र सिंह की हत्या कर दी गयी. इसके बाद गोदाम के मेठ के तौर पर करकू का वर्चस्व बना हुआ था. उसके फरार रहते हुए उसके कुछ करीबियों ने बतौर मेठ किये जाने वाले कार्यों का संचालन किया. पर पुलिस ने कुछ माह पूर्व ही करकू यादव को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. करकू के लंबे समय तक जेल में रहने के बाद उसके सहयोगी लगातार मेठ की कुर्सी पर करकू के बदले काम संभालने काे लेकर आपस में ही लड़ते रहे. विवाद बढ़ता गया. इसी रेस में चल रहे पवन यादव की भी कुछ दिन पूर्व हत्या कर दी गयी. अब अनाज गोदाम पर वर्चस्व को लेकर पवन की हत्या किये जाने का खुलासा करते हुए पुलिस ने जैकी यादव की गिरफ्तारी की. अब सवाल यह उठता है कि अनाज गोदाम पर आने वाले दिनों में किसका वर्चस्व स्थापित होता है.

अनाज गोदाम में अनाज गोदाम में लगने वाले मजदूरों की प्रतिनियुक्ति करता है मेठ

मिली जानकारी के अनुसार बबरगंज थाना के पास ही एसएफसी गोदाम में आने और निकलने वाले अनाज के लिए मजदूरों से लेकर उसमें प्रयुक्त होने वाले छोटे-बड़े वाहनों का इस्तेमाल किया जाता है. इसके लिए सालों पहले मजदूरों का मुखिया यानी मेठ की प्रथा शुरू की गयी. यह अनाज गोदाम में माल को लोड और अनलोड करने के लिए मजदूरों की प्रतिनियुक्ति करता है. इसमें बड़े स्तर पर हेरफेर भी होता है. इससे होनेवाली बड़ी कमाई के लिए मेठ की कुर्सी पर वर्चस्व को लेकर अक्सर विवाद होता रहता है.

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