.जगदेव बाबू ने समाज को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने के लिए किया संघर्ष
समाज को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने के लिए जगदेव प्रसाद ने संघर्ष किया. इतना ही नहीं अपनी शहादत तक दे दी.
समाज को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने के लिए जगदेव प्रसाद ने संघर्ष किया. इतना ही नहीं अपनी शहादत तक दे दी. उनके संघर्षों व किये गये कार्यों को आज की युवा पीढ़ी को याद रखना होगा और उनके बताये मार्ग पर चलना होगा. यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी. उक्त बातें अतिथियों ने कुशवाहा गरिमा मंच, सम्राट अशोक जागृति मंच के बैनर तले गुरुवार को जवारीपुर वृंदावन भवन में आयोजित शहीद जगदेव प्रसाद श्रद्धांजलि सभा सह कुशवाहा मिलन समारोह में कही. कार्यक्रम की अध्यक्षता टीएनबी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ आरपीसी वर्मा ने की, तो मंच का संचालन डॉ पवन ने किया. समारोह में दिल्ली, दार्जिलिंग, सिल्लीगुड़ी, रांची, मुंगेर, बेगूसराय, बांका समेत जिले के विभिन्न स्थानों के सैकड़ों लोगों ने शिरकत की. पूर्व न्यायाधीश महेंद्र प्रसाद, मनोज कुमार सिंह, डॉ आरपीसी वर्मा, गणेश दत्त कुशवाहा, डॉ सुरेश, डॉ सतीश, अमर सिंह कुशवाहा, पूर्व कृषि अधिकारी डॉ दिनेश प्रसाद, प्रो किरण सिंह, डॉ संदीप सिंह, डॉ रणवीर सिंह, भोला सिंह, अमरकांत मंडल, रूपेश जी और रविन्द्र कुशवाहा समेत काफी लोग शामिल हुए. वक्ताओं ने कहा कि पांच सितंबर जगदेव बाबू का शहादत दिवस है और शिक्षक दिवस भी. जगदेव बाबू ने भी समाज की नयी पीढ़ी के लिए शिक्षक की भूमिका निभायी है. मंच उनको नमन करता है.
हर क्षेत्र में तरक्की की ओर अग्रसर है समाजवक्ताओं ने कहा कि हर क्षेत्र में तरक्की की ओर अग्रसर कुशवाहा समाज को वोट के प्रति एग्रेसिव कैसे किया जाये. राजनीतिक भागीदारी कैसे बढ़ायी जाये, इसे लेकर गहन मंथन करने की जरूरत है. 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद 2025 के विधानसभा चुनाव में कुशवाहा समाज की भूमिका और भागीदारी पर भी चर्चा हुई. समारोह में अखिल भारतीय मौर्य शिक्षक मंच, कुशवाहा विकास मंच और शोषित समाज दल के गणमान्य भी शामिल हुए.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है