जेल से बाहर आये संपत्ति मूलक अपराध के आरोपितों की निकल रही कुंडली
जैसे जैसे लॉकडाउन में छूट दी जा रही है वैसे वैसे अपराध की घटनाओं में वृद्धि होने की आशंका बढ़ती जा रही है. भागलपुर रेंज डीआइजी तीनों जिला में जाकर अपराध और अपराधियों से निबटने की जिला पुलिस की तैयारी की समीक्षा कर रहे हैं. विगत कुछ सप्ताह से भागलपुर रेंज डीआइजी सुजीत कुमार लगातार बांका और नवगछिया पुलिस जिले का दौरा कर रहे हैं. शुरुआती दौरा में उन्होंने पहले तो तीनों जिला के अपराध और अपराधियों के प्रवृत्तियों की विस्तृत जानकारी इकट्ठा की.
भागलपुर : जैसे जैसे लॉकडाउन में छूट दी जा रही है वैसे वैसे अपराध की घटनाओं में वृद्धि होने की आशंका बढ़ती जा रही है. भागलपुर रेंज डीआइजी तीनों जिला में जाकर अपराध और अपराधियों से निबटने की जिला पुलिस की तैयारी की समीक्षा कर रहे हैं. विगत कुछ सप्ताह से भागलपुर रेंज डीआइजी सुजीत कुमार लगातार बांका और नवगछिया पुलिस जिले का दौरा कर रहे हैं. शुरुआती दौरा में उन्होंने पहले तो तीनों जिला के अपराध और अपराधियों के प्रवृत्तियों की विस्तृत जानकारी इकट्ठा की. उन्होंने तीनों जिलों के पुलिस अधीक्षकों और उपाधीक्षकों के साथ बैठक कर सभी को उनके जिले के अपराध प्रवृत्ति के अनुसार रोकथाम के दिशा निर्देश दिये. लॉकडाउन के चौथे चरण में कई छूट देने और बाहर रहने वाले लोगों के घर लौटने के बाद संपत्ति मूलक अपराध के बढ़ने की संभावना और अवैध शराब कारोबार में वृद्धि की संभावना को लेकर विशेष दिशा निर्देश दिये हैं.
भागलपुर रेंज डीआइजी सुजीत कुमार ने बताया कि भागलपुर रेंज सहित पूरे राज्य की पुलिस लॉकडाउन में छूट के साथ सड़कों पर बढ़ने वाली भीड़ और अपराध से मुकाबला करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. विगत कुछ महीनों में भागलपुर, नवगछिया और बांका जिले में जहां अपराध का ग्राफ घटा है, वहीं अपराध और अपराधियों के विरुद्ध पुलिस की कार्रवाई और उसमें मिली सफलता में वृद्धि हुई है. इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि लॉकडाउन में जैसे जैसे लोगों और व्यवसायियों को छूट मिल रही है. वैसे वैसे अपराध में वृद्धि होने की आशंका भी बढ़ रही है. इसके लिए भागलपुर रेंज के तीनों जिला की तैयारी पूर्व से ही शुरू कर दी गयी है. लॉकडाउन के दौरान लॉकडाउन का अनुपालन, क्वारेंटिन सेंटरों की सुरक्षा और विधि-व्यवस्था, साथ रेलवे स्टेशनों पर प्रवासियों के आने के दौरान विधि व्यवस्था आदि की जिम्मेदारी बढ़ गयी है.
इसके बावजूद तीनों जिले की पुलिस अपराध और अपराधियों के विरुद्ध लगातार कार्रवाई कर गिरफ्तारी और बरामदगी में सफलता हासिल कर रही है. उन्होंने बताया कि भागलपुर रेंज के तीनों जिले के दौरे में यह बात सामने आयी है कि तीनों जिला में अपराध की प्रवृत्ति और उनकी भौगोलिक संरचना अलग-अलग है, जिसके अनुरूप अपराध नियंत्रण और वांछितों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलगनिर्देश दिये गये हैं. उन्होंने बताया कि तीनों ही जिला के पुलिस अधीक्षकों को यह स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि संपत्ति मूलक अपराध में संलिप्त अपराधी जो विगत कुछ वर्षों में जेल से बाहर आये हैं उनके अद्यतन रोजगार और कमाई के स्रोत की समीक्षा कर उन पर नजर रखी जाये. संपत्ति मूलक कांडों के फरार अभियुक्तों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाये. दिन और रात में क्राइम प्वाइंट्स को चिह्नित कर वहां पुलिस की प्रतिनियुक्ति की जाये और इलाके में गश्ती में बढ़ा दी जाये. तीनों जिले के अधिकारियों को शराबबंदी कानून का सख्ती से अनुपालन करने और लॉकडाउन में छूट के बाद शराब के अवैध कारोबार में वृद्धि की आशंका के अनुसार प्लान तैयार कर छापेमारी कर ज्यादा से ज्यादा अवैध शराब और उनके कारोबारियों और माफियाओं की गिरफ्तारी की जाये. भागलपुर, बांका और नवगछिया जिले के हर संगीन मामले की वह खुद मॉनीटरिंग कर रहे हैं. जरूरत पड़ने पर वह खुद घटनास्थल पहुंच खुद जांच कर संबंधित अधिकारियों और अफसरों को दिशा निर्देश दे रहे हैं.