भागलपुर का जर्दालू चखेंगे माननीय, 2000 पैकेट में 100 क्विंटल भेजा गया दिल्ली
सुलतानगंज के मधुबन बगीचे का जर्दालू आम विक्रमशिला एक्सप्रेस से दिल्ली भेजा गया है. जिसे देश के विशिष्ठ लोग चखेंगे
Jardalu Mango: देश के अति विशिष्ट लोगों के लिए जर्दालू आम यहां दिल्ली स्थित बिहार भवन भेजा गया. जिले के सुलतानगंज स्थित मधुबन बगीचे से जिला प्रशासन के निर्देश पर उद्यान विभाग ने 2000 पैकेट में 100 क्विंटल आम भेजा. उद्यान विभाग ने दो दिन पहले आम की ग्रेडिंग के बाद पैकेजिंग की थी. भागलपुर रेलवे स्टेशन से विक्रमशिला एक्सप्रेस ट्रेन से बुधवार को आम भेजा गया है.
रेलवे स्टेशन पर उद्यान विभाग के सहायक निदेशक अभय कुमार मंडल ने बताया कि भेजे गये आम की गुणवत्ता की जांच बिहार कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने की है. हर पैकेट में 20 आम हैं. नवगछिया एसओ राजेश कुमार को आम के साथ दिल्ली भेजा गया. देश के विशिष्ट लोगों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से अंग क्षेत्र का यह खास उपहार भेंट किया जाता है. पैकेट पर बिहार सरकार भी लिखा हुआ था.
2007 से भागलपुर से बिहार भवन भेजा जाता है जर्दालू आम
मालूम हो कि 2007 से प्रत्येक साल भागलपुर से बिहार भवन जर्दालू आम उपहार स्वरूप भेजा जाता है. वहां से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित विशिष्ट लोगों के बीच अंग की सौगात वितरित की जाती है. जर्दालू आम उपलब्ध कराने से लेकर पैकिंग कराने में भागलपुरी जर्दालू आम उत्पादक संघ के अशोक चौधरी, कोषाध्यक्ष कृष्णानंद सिंह, उद्यान विभाग के कुंदन कुमार, दिलीप कुमार आदि शामिल रहे.
जर्दालु आम को जीआइ टैग
यहां बता दें कि जर्दालू आम की गिनती दुनिया के सबसे उन्नत आम की किस्मों में की जाती है. यह आम शुगर फ्री होता है, जिसे कोई भी डायबिटीज मरीज खा सकते हैं. यह अपने स्वाद और सुगंध के लिए मशहूर है. जर्दालू आम की डिमांड दुनिया के कई देशों में बढ़ती ही जा रही है. इसलिए भागलपुर के प्रसिद्ध जर्दालू आम को साल 2018 में जिओग्राफिकल इंडिकेशन (जीआइ) टैग मिला था.
पिछले कुछ सालों से बिहार सरकार, भारतीय उच्चायोग और इन्वेस्ट इंडिया के साथ भागीदारी में एपीडा ने जर्दालू आम का निर्यात कर रही है. भारत के सबसे अच्छे किस्म के आमों में यह भी शामिल है. बिहार के इन आमों को यूपी के लखनऊ में एपीडा के पैक हाउस में पैक कर विदेशों में भेजा जाता है.
जर्दालू आम अनूठी सुगंध और स्वाद के लिए जाना जाता है. वर्षों से इस आम को दिल्ली के लुटियंस इलाके के कई हिस्सों में बांटा जाता है. इस आम को राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री मोदी सहित देश में स्थित सभी देशों के उच्चायुक्त को भी भेजा जाता है. इसके साथ ही अन्य बड़े मंत्रियों, अधिकारियों के साथ-साथ सांसदों और विधायकों को भी भेजा जाता है.