बिहार में शराबबंदी को लेकर राजनीति तेज हो गई है. वहीं सियासी बयानबाजी के बीच जदयू के विधायक गोपाल मंडल का एक बयान फिर चर्चे में है. उन्होंने पुलिस के उपर गंभीर आरोप लगाये हैं जिसके बाद विवाद बढ़ गया है. गोपालपुर विधायक गोपाल मंडल उर्फ नीरज कुमार ने शुक्रवार को बरारी थाना पुलिस की कस्टडी में लिपिक की मौत मामले में प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि पुलिस और डॉक्टर की मिलीभगत से पोस्टमार्टम की झूठी रिपोर्ट तैयार की गयी है. जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि नशे में धुत पुलिस ने लघु सिंचाई विभाग के कर्मचारी संजय यादव को गले में गमछा बांध कर घसीट कर थाने ले गयी थी. वहीं उनके शरीर पर घातक प्रहार किये गये.
गोपाल मंडल ने इस मामले में एएसपी पर भी आरोप लगाये. विधायक गोपाल मंडल ने नीतीश सरकार से मामले की जांच कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून का पुलिसवाले खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं. ऐसा कोई पुलिस पदाधिकारी नहीं है जो दारू नहीं पीता. बिना पिये पुलिसवाले काम ही नहीं करते. हर थानेदार दारू पीता है. पुलिस समेत जिला व प्रखंड स्तर के मुलाजिम राज्य सरकार को बदनाम करने पर लगे हैं.
विधायक ने कहा कि पुलिस ने मृत लिपिक संजय यादव की बेटी के साथ मारपीट कर उसे गालियां दी. वहीं संजय को घर से घसीट कर ले जाया गया. इस घटना के दौरान घर के फाटक को भी क्षति पहुंची. अगर किसी के बाप के साथ ऐसा कोई करेगा तो बेटी जवाब देगी ही. विधायक श्री मंडल ने कहा कि जब मैं घटना की जानकारी के लिए बरारी थाना गया, तब वहां के पुलिसकर्मी ने कहा कि संजय यादव की मौत सामान्य तरीके से हुई. उनके साथ मारपीट नहीं की गयी थी. शहर की एसएसपी काफी अच्छी हैं, वह इस मामले की जांच करें. विधायक ने बताया कि थाने में स्थित सीसीटीवी को ऊपर की ओर घुमा दिया गया है. थाने में उस दिन क्या हुआ था, इसकी रिकार्डिंग नहीं है.
Also Read: समस्तीपुर के हसनपुर में आग ने मचाया तांडव, चिंगारी ने लिया विकराल रूप और देखते ही देखते जल गये दर्जनों लोगों के घर
विधायक ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार व देश के पीएम नरेंद्र मोदी से मृतक के परिजन को 20 लाख रुपये मुआवजे देने की मांग की. विधायक ने इस्माइलपुर की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि वहां के थाना प्रभारी ने दारू पीकर उनके साथ बदसलूकी की. जब एक खेत में फसल काटने पर विवाद हुआ था, तब वहां पर मेलजोल कराने आये थे.
Posted By: Thakur Shaktilochan