जीविका दीदियों ने कार्यालय में तालाबंदी कर किया प्रदर्शन
जीविका समूह की दीदियों ने कहलगांव प्रखंड के मथुरापुर स्थित संकुल स्तरीय जीविका कार्यालय में अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर तालाबंदी कर प्रदर्शन के बाद वहीं धरना पर बैठ गयी
जीविका समूह की दीदियों ने कहलगांव प्रखंड के मथुरापुर स्थित संकुल स्तरीय जीविका कार्यालय में अपनी 10 सूत्री मांगों को लेकर तालाबंदी कर प्रदर्शन के बाद वहीं धरना पर बैठ गयी. धरना को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन की जिला उपाध्यक्ष मनोरमा देवी ने 10 सूत्री मांगों के बारे में कहा कि सभी जीविका कैडरों को नियुक्ति व पहचान पत्र सरकार दे, मानदेय कंट्रीब्यूशन सिस्टम पर अविलंब रोक लगे, सभी कैडर का मानदेय कम से कम 25000 दिया जाये, सभी दीदी को ऑफिस से हमेशा हटाने की धमकी दी जाती है. ऑफिस धमकी देना बंद करे, तीन वर्ष पुराने जीविका दीदी का ऋण माफ हो, परियोजना में तीन साल पूरा करने वाले कैडरों के लिए सरकार स्टाफ के रूप में पदोन्नति की व्यवस्था करे, सभी कैडरों को सामाजिक सुरक्षा का लाभ, अवकाश, महिला कैडरों को विशेष अवकाश देना की व्यवस्था की जाए. धरना प्रदर्शन में सैकड़ों जीविका दीदी शामिल हुई. अंत में संकुल स्तरीय संघ के अध्यक्ष को मांग पत्र सौंपा.
मांगों को लेकर जीविका दीदियों ने किया प्रदर्शन, की तालाबंदी
इस्माइलपुर प्रखंड के नारी संघर्ष सीएलएफ चंडी स्थान कार्यालय में 10 सूत्रीय मांगों को लेकर तालाबंदी कर धरना प्रदर्शन किया. दीदियों ने कार्यालय के सामने धरना पर बैठ 10 सूत्री मांगों को रखा. मुख्य रूप से सभी कैडरों को नियुक्ति व पहचान पत्र देने की मांग शामिल थी. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मानदेय कंट्रीब्यूशन सिस्टम पर अविलंब रोक लगायी जाए और सभी कैडरों का मानदेय कम से कम 25 हजार रुपये किया जाए, पांच वर्ष पुराने ऋण माफ करने, परियोजना में तीन साल पूरा करने वाले कैडरों की पदोन्नति की व्यवस्था और महिला कैडरों को मातृत्व अवकाश, दो लाख का मेडिक्लेम, पांच लाख का डेथ क्लेम जैसी सामाजिक सुरक्षा का लाभ देने की मांग की. जब इस्माईलपुर चंडीस्थान स्थित जीविका दीदी ने तालाबंदी कर दी, तो केंद्र के बीपीएम व अन्य कर्मी फरार हो गये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है