मामले को लेकर सिटी एसपी ने जारी की विज्ञप्ति, कहा संदेह पर रोकी गयी थी गाड़ी, पुलिस कर रही थी अपना काम तिलकामांझी थाना क्षेत्र के हनुमान पथ में 9 माह के भीतर दूसरी बार हुए कांस्टेबल प्रदीप रजक के बेटे संदीप रजक की बरामदगी के बाद अब पुलिस मामले में कई बिंदुओं पर जांच कर रही है. हालांकि मामले में अब तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. मामले में परिजनों ने किसी रिशु पासवान के अपहरण में शामिल होने का संदेह जताया है, साथ ही जमीन को लेकर कुछ विवाद होने की भी जानकारी दी है. पुलिस मामले को कई अन्य तार से भी जोड़ कर देख रही है. मामले का पूरी तरह से उद्भेदन होने के बाद ही किसी भी प्रकार की जानकारी देने की बात कही गयी. इधर मामले को लेकर सिटी एसपी राज की ओर से वरीय पुलिस अधीक्षक, कार्यालय की एक विज्ञप्ति जारी की गयी. इसमें उल्लेख किया गया है कि बीआर 10 एएल 0015 नंबर की चार पहिया वाहन से अपहरण किये जाने का संदेह व्यक्त किया गया था. अपहरण मामले की गंभीरता को देखते हुए सिटी एसपी राज के निर्देश पर डीआइयू और तिलकामांझी थाना की एक विशेष टीम का गठन किया गया था. टीम ने आवेदन में उल्लेखित वाहन संख्या बीआर 10 एएल 0015 को तिलकामांझी चौक के समीप रोक कर तलाशी और सत्यापन किया. पर कोई ठोस सबूत न मिलने पर विधि सम्मत कार्रवाई करते हुए उक्त वाहन को तत्काल छोड़ दिया. सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन करते हुए पुलिस ने लोदीपुर क्षेत्र के सरमसपुर इलाके से अपहृत बालक की सकुशल बरामदगी की है. मामले में अग्रतर अनुसंधान जारी रहने की बात कही गयी है. मामले में जिस हाई प्रोफाइल व्यक्ति को पूछताछ के लिए थाना लाया गया था. उन्हें भी विधि सम्मत कार्रवाई के तहत छोड़ दिया गया.
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