राजनीति छोड़ बनायी युवाओं की टोली, अब अभावग्रस्त परिवारों के बच्चों को पहुंचा रहे स्कूल

अंग क्षेत्र का शिक्षा व संस्कृति को लेकर गौरवशाली इतिहास रहा है. वर्तमान समय में भागलपुर शिक्षा के क्षेत्र में बने रहने के लिए जूझने लगा है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 26, 2024 9:27 PM

– बिना किसी सरकारी मदद के एक-एक पैसे जोड़कर बच्चों को दे रहें शिक्षण सामग्री व ज्ञान

प्रभात खास

दीपक राव, भागलपुर

अंग क्षेत्र का शिक्षा व संस्कृति को लेकर गौरवशाली इतिहास रहा है. वर्तमान समय में भागलपुर शिक्षा के क्षेत्र में बने रहने के लिए जूझने लगा है. प्रदेश सरकार शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए सरकारी स्तर पर विशिष्ट शिक्षक व बीपीएससी शिक्षक बहाल कर रही है, लेकिन अब भी अभावग्रस्त परिवार के बच्चों को स्कूल तक पहुंचाना चुनौती बनी है. इसी चुनौती पर खरा उतरने का काम अलग-अलग युवाओं की टोली ने शुरू कर दी है. इतना ही नहीं राजनीति का दामन छोड़कर अब भागलपुर को साक्षर बनाने की जिद कर चुके हैं. इसमें एक टीम उम्मीद एक नयी शुरुआत, तो दूसरी टीम वी-केयर बढ़-चढ़कर काम कर रही है.

नरगा के युवा सिल्क कारोबारी तहसीन सवाब के नेतृत्व में 125 युवा निभा रहें भागीदारी

नरगा के युवा सिल्क कारोबारी तहसीन सवाब के नेतृत्व में 125 युवाओं ने मिलकर टीम बनायी है. वह युवा जदयू के नगर अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर पहले अपने समाज के बच्चों को शिक्षित बनाने का निर्णय लिया. खुद तहसीन बेंगलुरु से 10वीं तक की पढ़ाई की है. फिर बीबीए और दिल्ली से एमबीए की पढ़ाई पूरी की. बकौल तहसीन कि उनके टीम में शामिल राजा व यासिर इंजीनियर, मोइन एमबीबीएस चिकित्सक व मो सुल्तान शिक्षक हैं. इसके अलावा अमित झा, अमन, सौरभ कुमार, दीपक यादव, अशरफ अंसारी, मो नदीम, नाजिस अहमद, प्रशांत झा, चंदन तांती आदि बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं. पहले दिन ही नरगा, चंपानगर आदि में 50 परिवारों का सर्वे किया और उनके स्कूल नहीं जाने का कारण जाना. उसके बाद उन्हें बेसिक शिक्षक सामग्री किताब, कॉपी, बैग आदि बांटा. उसके स्कूल की पढ़ाई की जिम्मेदारी ली. लगातार प्रयास के बाद अभिभावकों का उत्साह बढ़ गया. बच्चों को पढ़ाने के प्रति जागरूक दिख रहे हैं. फिर मिरगियासचक में 26 बच्चों को खोजा, जो कि स्कूल नहीं जा पा रहे थे. उनकी भी जिम्मेदारी ली. अब तक 46 बच्चों का स्कूल में एडमिशन कराया गया. कस्बा, मिरगयासचक, हसनाबाद से शुरू हुआ सफर अब पूरे सिल्क सिटी में चलेगा. अब तक 65 बच्चे पूरी तरह से स्कूल नहीं जाने वाले पाये गये.

नितेश चौबे के नेतृत्व में प्रत्येक रविवार को चल रही पाठशाला

नितेश चौबे के नेतृत्व में कुश मिश्रा, साक्षी पांडे, नितेश पांडे, विनीत, रिशांत श्रीवास्तव, गौतम चौबे, अभिषेक गोस्वामी, लव, आयुष, सोहन, अरिजीत घोष, रवि बसाक, समुज्ज्वल, जानू, अंजली, सत्यम, आयुष, सौम्या, प्रियवर ने युवाओं की टोली बनायी है. वी-केयर के बैनर तले प्रत्येक रविवार को रिफ्यूजी कॉलोनी बरारी स्थित पहाड़ी बाबा मंदिर में पाठशाला उड़ान हौसलों की मुहिम शुरू की गयी है. इसके तहत गरीब बच्चों को शिक्षा दी जा रही है. इस टीम में भी नितेश चौबे खुद बीटैक करके मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब कर रहे हैं. अन्य युवक भी अलग-अलग जगह जॉब कर रहे हैं. 10 से 12 सदस्य हरेक रविवार को जाकर बच्चों को अलग-अलग तरह की व्यावसायिक व कला-संस्कृति व टेक्निकल शिक्षा दे रहे हैं, ताकि आगे बच्चे साक्षर होने के साथ खुद को रोजगार से जोड़ सकें. अलग-अलग तरह की प्रतियोगिता भी आयोजित की जाती है. यहां 40 बच्चों को शिक्षा दी जा रही है. समय-समय पर शिक्षण सामग्री भी बांटी जाती है. यह पैसा खुद के पैकेट मनी से काट कर देते हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version