भागलपुर के तातारपुर थाना क्षेत्र के गौशाला परिसर में किराए पर चल रहे मां काली ट्रांसपोर्ट के गोदाम में खड़े ट्रक और टेंपो से मद्य निषेध पुलिस ने शराब की बड़ी खेप बरामद की है. शुक्रवार को सात घंटे तक ट्रांसपोर्ट कार्यालय में चलाए गए सर्च अभियान के दौरान टीम को सफलता मिली. इस मामले में पुलिस ने कुल 65 पेटी में पैक 1104 बोतल (580.800 लीटर) शराब की खेप बरामद की है. इस मामले में पुलिस ने 10 चक्का ट्रक और दो टेंपो जब्त किया है. ट्रांसपोर्ट के मुंशी, मैनेजर, ट्रक चालक और क्लीनर को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस बीच मद्य निषेध पुलिस की टीम ट्रांसपोर्ट के कोलकाता स्थित संचालक मंटू, मौके से भागे दोनों टेंपो के चालकों और अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने की तैयारी कर रही है.
गुप्त सूचना पर छापेमारी के लिए गठित की गई थी टीम
मद्य निषेध टीम को मिली इस सफलता की जानकारी उत्पाद के सहायक आयुक्त प्रमोदित नारायण सिंह ने दी. उन्होंने बताया कि उनकी टीम को सूचना मिल रही थी कि भागलपुर में ट्रांसपोर्ट के माध्यम से शराब की बड़ी खेप पहुंचायी जा रही है. इस पर उन्होंने अपनी सर्विलांस टीम को लगाया. शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे जानकारी मिली कि कुछ ही देर में गौशाला स्थित मां काली ट्रांसपोर्ट के गोदाम में शराब से लदी एक ट्रक पहुंचने वाली है. गोदाम से ही शहर के विभिन्न शराब कारोबारियों को खेप पहुंचायी जायेगी. उन्होंने तुरंत मद्य निषेध थानाध्यक्ष एसआइ नितिन कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया. जिन्होंने सुबह करीब 7 बजे ट्रांसपोर्ट में छापेमारी.
7 घंटे चला सर्च ऑपरेशन
करीब सात घंटे तक चले सर्च अभियान में टीम ने पश्चिम बंगाल रजिस्ट्रेशन वाले 10 चक्का ट्रक और दो टेंपो पर लदे कुल 65 पेटी शराब की खेप की बरामदगी की. कुल 1104 बोतल (580.800 लीटर) विदेशी शराब की बरामदगी की. मामले में गिरफ्तार अभियुक्तों में ट्रांसपोर्ट मैनेजर राजीव कुमार, मुंशी संजीव कुमार, ट्रक चालक कैलाश सिंह और ट्रक का एक खलासी शामिल है. मौके से दोनों टेंपो के चालक भागने में सफल रहे. उनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है. छापेमारी टीम में मद्य निषेध थाना के एएसआइ विनोद कुमार चौहान, राकेश कुमार, प्रभा कुमारी, सिपाही शुभम कुमार सिं, गुड्डू कुमार सहित गृहरक्षक जवान शामिल थे.
थाना को नहीं थी जानकारी
गौशाला परिसर में रेंट पर चल रहे ट्रांसपोर्ट गोदाम से चलाये जा रहे शराब तस्करी के खेल की जानकारी तातारपुर पुलिस को नहीं मिली. जबकि पूरे शहर में यह चर्चा का विषय है कि गौशाला परिसर जैसे प्रमुख और धार्मिक स्थल में चल रहे इस अवैध कारोबार की जानकारी पुलिस को कैसे नहीं मिली. जबकि उक्त स्थल पर कई महत्वपूर्ण आयोजित होते रहते हैं. चार साल पूर्व 2020 में भी तिलकामांझी क्षेत्र के सिंचाई कॉलोनी स्थित सामुदायिक भवन से पुलिस ने भारी मात्रा में शराब की खेप की बरामदगी की थी.
इससे पहले भी कई बार पहुंचाया जा चुकी थी खेप
मामले में गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों से जब मद्य निषेध पुलिस ने पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी कई बार ट्रांसपोर्ट के माध्यम से शराब की खेप भागलपुर पहुंचायी जा चुकी है. वहीं मामले में बरामद शराब की पेटियों के संबंध में अधिकृत कागजात की मांग करने पर किसी प्रकार के कागजात प्रस्तुत नहीं किये गये. स्पष्ट था कि ट्रांसपोर्टरों के संज्ञान में तस्करी का यह खेल चल रहा था. मामले में गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि कोड के जरिये उक्त पेटियों की डिलीवरी दी जाती थी. खेप पहुंचते ही टेंपो या अन्य छोटे वाहन ट्रांसपोर्ट में पहुंच जाते थे. शहर के किन कारोबारियों को उक्त खेप सप्लाई की जाती थी, इसकी जानकारी टेंपो चालक ही दे सकते हैं.
ट्रक पर लोड थे इलेक्ट्रॉनिक सहित अन्य आइटम
मद्य निषेध थानाध्यक्ष एसआइ नितिन कुमार ने बताया कि जिस ट्रक से शराब की खेप भागलपुर पहुंची थी उस पर ट्रांसपोर्ट के कई अन्य सामान भी मौजूद थे. सबसे ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक आइटम शामिल हैं. इसके अलावा ट्रक पर दवा सहित कई अन्य कंज्यूमेबल आइटम शामिल थे. उन्होंने बताया कि शराब के अलावा ट्रक पर लोड अन्य सामान को ट्रांसपोर्ट में ही उतारकर ट्रांसपोर्ट को तत्काल सील कर दिया गया है. मामले में ट्रांसपोर्ट के अन्य कर्मियों से भी पूछताछ करने की बात कही गयी.
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