भागलपुर में लीची प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने पर सहकारिता विभाग में सहमति बनी है. वहीं 200, 500 व 1000 मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम निर्माण व कंपोजिट यूनिट की स्थापना करने का निर्णय लिया गया है. बुनकरों को आर्थिक सहायता देने पर भी सहमति बनी है. दस बाबत जिला सहकारिता पदाधिकारी को डीएम से विमर्श कर सहमति लेने व मधुमक्खी पालन से संबंधित डीपीआर बना कर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.
सहयाेग समितियां के निबंधक ने निर्मित होनेवाले गोदामों में पार्टिशन का प्रस्ताव डीपीआर में शामिल करने का सुझाव दिया है, ताकि समिति उर्वरक बीज व जन वितरण आदि भी एक छत के नीचे कर सके. उनके द्वारा मुख्यमंत्री हरित कृषि सयंत्र योजनांतर्गत चयनित पैक्सों में गोदाम निर्माण के साथ-साथ क्रय किये गये कृषि यंत्रों के रख-रखाव के लिए ऊंचे फर्श के साथ शेड निर्माण कराने का प्रावधान भी डीपीआर में शामिल करने का सुझाव दिया है.
इसके साथ ही बांका में गोदाम निर्माण, कंपोजिट यूनिट, बुनकर सहयोग समितियों को आर्थिक सहायता की योजना लागू करने पर सहमति बनी. जिला सहकारिता पदाधिकारी को प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट दल को फील्ड एप्रेजल में सहयोग एवं सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.
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आर्थिक मदद करने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया है. जरूरत के अनुसार बुनकर सहयोग समितियों को राशि उपलब्ध करायी जाएगी. नवगछिया अनुमंडल क्षेत्र में लीची का काफी उत्पादन होता है. विभाग ने प्रोसेसिंग यूनिट बनाने पर सहमति जतायी है. सारी बातों को डीएम के समक्ष रखा जाएगा. डीएम स्तर से भी कोई योजना होगी तो उसे जोड़ते हुए आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
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सहकारिता विभाग ने डीएम से विमर्श करने का जिला सहकारिता पदाधिकारी को दिया निर्देश
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200, 500 व 1000 मीट्रिक टन क्षमता के गोदाम निर्माण व कंपोजिट यूनिट की स्थापना का भी निर्णय
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मधुमक्खी पालन से संबंधित डीपीआर बना कर उपलब्ध कराने का निर्देश