Coronavirus in Bihar: दो महीने से मैं रह रही अपने पति के साथ, फिर मेरी ही रिपोर्ट पॉजिटिव कैसे!
मथुरापुर की कोरोना पॉजिटिव महिला के बेड के पास ही एक दूसरी पॉजिटिव महिला को रखा गया है. इस कारण उक्त महिला काफी सहमी हुई है. महिला ने प्रभात खबर को फोन पर मंगलवार को बताया कि क्वारेंटाइन का अनुपालन मायागंज स्थित कोरोना वार्ड में नहीं हो रहा है
कहलगांव : मथुरापुर की कोरोना पॉजिटिव महिला के बेड के पास ही एक दूसरी पॉजिटिव महिला को रखा गया है. इस कारण उक्त महिला काफी सहमी हुई है. महिला ने प्रभात खबर को फोन पर मंगलवार को बताया कि क्वारेंटाइन का अनुपालन मायागंज स्थित कोरोना वार्ड में नहीं हो रहा है. महिला ने दावा किया कि उसकी दूसरी कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आयेगी. पहली रिपोर्ट भी संदिग्ध है. महिला ने दावा किया है कि अनुमंडल अस्पताल कहलगांव के दावे गलत हैं कि उस दिन मेरा ब्लड सैंपल शारदा पाठशाला स्कूल में लिया गया. वह गत एक मई को घर से कहीं निकले ही नहीं.
साथ ही प्रथम लॉकडाउन के दो माह पूर्व से ही हम घर गांव छोड़कर कहीं बाहर नहीं गये. ब्लड सैंपल लेने के दिन यानी एक मई को सुबह नाश्ता बनाकर हम लोग सो गए थे. शाम में बारिश होने होने के कारण घर से कहीं बाहर निकले ही नहीं. हमलोग खाना सबेरे खा कर सो गए. महिला ने दो टूक कहा कि मेरे घर में महज दो कमरा है एक कमरे में हम पति-पत्नी सोते हैं और दूसरे कमरे में मेरे तीनों बच्चे.
इस स्थिति में तो कोरोना पॉज़िटिव मेरे पति को भी होना चाहिए था. महिला के पति ने भी मायागंज की मौजूदा व्यवस्था पर काफी नाराजगी जतायी. पति ने भी कहा कि मायागंज में जो हालात हैं वह अन्य पॉजिटिव लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. कोरोना पॉजिटिव महिला का आरोप है कि जब उसके और पति का मायागंज के डॉक्टरों ने एक ही दिन गत सोमवार की दोपहर ब्लड सैंपल लिया, तो दोनों का जांच रिपोर्ट साथ क्यों नहीं आयी.
मंगलवार को पति की जांच रिपोर्ट निगेटिव आ गयी और उसकी अभी तक रिपोर्ट ही नहीं आयी. आखिर यह कैसे संभव है. पास के बेड की पॉजिटिव महिला बार-बार उसके पास आने की कोशिश करती रहती है.