लोहिया पुल टू अलीगंज : मुख्यालय में धूल फांक रही फोरलेन निर्माण की फाइल, मरम्मत पर हो रहा खर्च

56 करोड़ से बनना है फोरलेन, आठ माह पहले ही भेजी गयी है फाइल. मंजूरी मिली रहती तो बन अबतक बन गयी रहती सड़क और मरम्मत पर नहीं करना पड़ता खर्च.

By Prabhat Khabar News Desk | March 30, 2024 7:54 PM

56 करोड़ से बनना है फोरलेन, आठ माह पहले ही भेजी गयी है फाइल. मंजूरी मिली रहती तो बन अबतक बन गयी रहती सड़क और मरम्मत पर नहीं करना पड़ता खर्च. Lohia Bridge to Aliganj: File of four lane construction is gathering dust in the headquarters, expenditure is being incurred on repair. भागलपुर: लोहिया पुल से अलीगंज में बाइपास तक फोरलेन सड़क का निर्माण करीब 56 करोड़ की लागत से होनी है. इसकी फाइल पिछले छह माह से मुख्यालय में धूल फांक रही है लेकिन, इसको स्वीकृत कर निर्माण कराने का निर्देश अबतक जारी नहीं किया जा सका है. यह शहर की महत्वपूर्ण सड़कों में एक है और झारखंड के विभिन्न जिलों को जोड़ती है. मुख्यालय के नजरअंदाज करने से अब यहां जिला प्रशासन को इस सड़क की मरम्मत करवानी पड़ रही है. इस सड़क को मुख्यालय स्तर से अगर मंजूरी मिल गयी रहती, तो अब तक यह बनकर तैयार हो गया रहता. सड़क को मोटरेबल बनाने पर खर्च करने की आवश्यकता नहीं पड़ती. जिला प्रशासन ने पथ निर्माण विभाग को मरम्मत के लिए निर्देशित किया है. गुड़हट्टा चौक से अलीगंज तक चलने लायक सड़क नहीं गुड़हट्टा चौक से अलीगंज तक सड़क पहले से ही खराब थी. पाइपलाइन बिछाने के लिए इसको काटी गयी और मिट्टी भर कर छोड़ दी गयी. इसके बाद स्थिति और ज्यादा खराब हो गयी है. गुड़हट्टा चौक, हुसैनाबाद व अलीगंज में सड़क के नाम पर सिर्फ चलने के लिए फुटपाथ जितनी जगह बची है. इस वजह से यहां अक्सर जाम लगता है. बॉक्स मैटर लोहिया पुल : सड़क पर गड्ढों की भरमार, फुटपाथ पर लगा रहा टाइल्स लोहिया पुल को कोई गंभरतापूर्वक नहीं ले रहा है. यही वजह की लोगों को इससे दर्द मिलता रहा है. वर्तमान में सड़क पर गड्डों की भरमार है लेकिन, इसको चलने लायक दुरुस्त करने के बजाय फुटपाथ पर टाइल्स लगाने का काम कराया जा रहा है. यहां से गुजरने वाले हर कोई उपहास उड़ा रहा है. दरअसल, तीन साल पहले कोरोना समय में पथ निर्माण विभाग ने सड़क निर्माण पर 65 लाख रुपये खर्च किया था. तब रेलवे के ऊपरी हिस्से की सड़क नहीं बनायी गयी थी. विभाग ने यह कह दिया था कि रेलवे ने बनाने से मना कर दिया है. रेलवे के ऊपरी हिस्से की सड़क आज तक नहीं बनी है. इधर, फुटपाथ पर टाइल्स लगाने का काम निगम करा रहा है. एक तरफ से टाइल्स लगा रहा है तो दूसरी ओर से टूटता जा रहा है.

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