भागलपुर में बन रहे फोरलेन पर घात लगाए रहते हैं बदमाश, शॉर्टकट के चक्कर में गुजरने वाले राहगीरों से करते हैं लूटपाट
भागलपुर में मुंगेर-मिर्जाचौकी निर्माणाधीन फोरलेन सड़क पर लूटपाट की घटना को अंजाम देने के लिए अपराधी देर शाम के बाद जमा होते हैं.
भागलपुर में नए फोरलेन सड़क का निर्माण हो रहा है. निर्माणाधीन मुंगेर-मिर्जाचौकी नेशनल हाइवे पर अभी वाहनों के परिचालन की अनुमति नहीं है. लेकिन भागलपुर में लोग कई बार शॉर्टकट के चक्कर में इस निर्माणाधीन सड़क से होकर ही गुजरने का फैसला कर लेते हैं. एकचारी-घोघा से भागलपुर के बीच आने-जाने के लिए लोग कई बार इस निर्माणाधीन सड़क का ही उपयोग अब धड़ल्ले से करते हैं. लेकिन ये फैसला उन्हें महंगा भी पड़ता है. दरअसल, ऐसे राहगीरों से लूटपाट करने के इरादे से कई जगहों पर बदमाश घात लगाकर बैठे रहते हैं. राहगीरों से सुनसान रास्ते में लूटपाट को अंजाम देते हैं.
जीजा-साले से बदमाशों ने की लूटपाट
एकचारी के एक युवक को भागलपुर में निर्माणाधीन फोरलेन होकर जाना महंगा पड़ गया. एकचारी का रहने वाला उन्नत कुमार बुधवार की रात करीब 8 बजकर 10 मिनट पर अपने पूर्णिया निवासी साला श्रवण कुमार के साथ बाइक पर सवार होकर एकचारी स्थित अपने घर लौट रहा था. शॉर्टकट के चक्कर में उसने इस रास्ते से जाने का फैसला तो ले लिया लेकिन वो इस बात से अंजान था कि आगे कुछ बदमाश ऐसे ही राहगीरों को लूटने के मकशद से जमा हैं.
घात लगाकर बैठे बदमाशों ने बाइक सवारों को लूटा
जब दोनों युवक एकचारी गेरुआ नदी के पास पहुंचे तो वहां अज्ञात चार अपराधियों ने उनकी बाइक को रोक लिया. दोनों से मारपीट शुरू कर दी और लूटपाट किया. अपराधियों ने एकचारी निवासी उन्नत के गले से सोने के लॉकेट और पास में मौजूद 20 हजार रुपये समेत उनका स्मार्ट फोन लूट लिया. साथ ही अपराधियों ने उनके साले का भी मोबाइल और उसके पास मौजूद तीन हजार रुपये लूट लिए.
निर्माणाधीन फोरलेन पर अक्सर होती है लूटपाट की घटना
निर्माणाधीन फोरलेन के रास्ते में यह पहली घटना नहीं है. आए दिन ऐसे राहगीरों को ये बदमाश निशाना बनाकर लूटते हैं. खासकर शाम ढलने के बाद ये बदमाश जमा होते हैं और लूटपाट करते हैं. बता दें कि इस निर्माणाधीन फोरलेन पर अभी वाहनों को चलने की अनुमति नहीं है. लेकिन कई जगहों पर सड़क के लिए बिछाई मिट्टी तो कई जगह उसके बगल से होकर वाहन लेकर लोग गुजरते रहते हैं. मुख्य रास्ते पर लगने वाले जाम और सड़क की बिगड़ी हालत से बचकर सफर करने के चक्कर में भी कई बार लोग इस रास्ते का चुनाव कर लेते हैं जो गलत फैसला साबित होता है.