भगवान जगन्नाथ सात दिनों के बाद मंगलवार को मौसी के घर से वापस लौटेंगे. इसे लेकर सोमवार को विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गयी. मंगलवार की संध्या चार स्थानों नया बाजार सखीचंद घाट समीप स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर, बाटा गली के सामने मंदिर, गिरधारी साह हाट परिसर स्थित मंदिर एवं चंपानगर स्थित ठाकुरबाड़ी से रथयात्रा निकाली जायेगी. सभी जगहों पर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
पंडित सौरभ मिश्रा ने बताया कि भगवान जगन्नाथ की मौसी के घर से वापसी के साथ ही हरिशयनी एकादशी शुरू हो जाती है. इसके बाद चार माह के लिए मांगलिक कार्य निषेध हो जाता है. उन्होंने बताया कि मंगलवार को मौसी के घर से लौटने के पूर्व प्रात: नया बाजार स्थित जगन्नाथ मंदिर में भगवान की शृंगार पूजा की जायेगी. साथ ही भजन संध्या का आयोजन होगा. पंडित सौरभ कुमार मिश्रा ने बताया कि वैदिक काल के अनुसार भगवान जगन्नाथ बलभद्र और बहन सुभद्रा के रथ पर विराजमान होकर मौसी के घर जाते हैं, फिर सात दिन बाद वापस लौटते हैं. यह रथ यात्रा मौसी के घर से वापस लौटने की होगी. नया बाजार से शाम 5:30 बजे रथ यात्रा निकाली जायेगी. जो बूढ़ानाथ चौक, मंसूरगंज चौक, खलीफाबाग चौक, वेराइटी चौक, स्टेशन होते हुए नया बाजार मंदिर पहुंचेगी. इसके बाद भंडारा होगा.
बाटा गली स्थित जगन्नाथ मंदिर के सेवायत सुशील मिश्रा के संचालन में सोमवार को विधि-विधान से पूजन हुआ. इसके बाद देर रात भंडारा का आयोजन हुआ. इसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं के बीच पुड़ी, बुंदिया, सब्जी, आम, मिठाई आदि प्रसाद बांटा गया. वहीं गिरधारी साह हाट में मिथिलेश साह, महादेव साह आदि के संचालन में पूजा-अर्चना हुई.
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