भागलपुर जिले के विभिन्न शिव मंदिरों में मंगलवार को महाशिवरात्रि धूमधाम से किया जायेगा.सभी शिवालय में उत्सवी माहौल दिखने लगा. महाशिवरात्रि को लेकर भक्त उत्साहित दिख रहे हैं. शहर के प्राचीन बूढ़ानाथ मंदिर में आधुनिक सजावट की गयी है. पूरे मंदिर परिसर में लगे मार्बल की सफाई करायी गयी. शिवशक्ति मंदिर मुख्य मार्ग पर दोनों ओर भव्य तोरण द्वार सजाया गया है. मंदिर को आधुनिक बल्ब-बत्ती से सजाया गया है. हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में बाबा भोले व मां पार्वती का विवाह समारोह होगा. मंदिर के रत्नेश सिंह, राजेश सिंह के अनुसार मुख्य कर्ताधर्ता डीएन मंडल के निधन के बाद इस बार उनकी याद में भव्य आयोजन होगा. साहेबगंज भूतनाथ मंदिर में भी आधुनिक सजावट की गयी है.
बूढ़ानाथ मंदिर में रुद्राभिषेक के साथ-साथ विवाह कार्यक्रम होगा. इसी क्रम में स्थानीय कलाकारों द्वारा भजन संध्या का आयोजन होगा. शिव-शक्ति मंदिर में भी इस दिन प्रात: चार बजे से श्रद्धालुओं द्वारा जलाभिषेक होगा. 24 घंटे का महामृत्युंजय हवन जाप होगा. रात्रि में रुद्राभिषेक व शिव विवाह होगा. बूढ़ानाथ मंदिर में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है, यहां सीसीटीवी पर लगातार नजर रखी जायेगी.
आदमपुर स्थित शिव शक्ति मंदिर को सजावटी टुन्नी बल्ब, मार्ग को ट्यूब लाइट व गेट झालर से सजाया जा रहा है. मंदिर के मुख्य द्वार को चतुर्भुज द्वार का स्वरूप दिया जा रहा है. अंदर के द्वार पर भव्य शाही दरबार सा दृश्य तैयार किया जा रहा है. महंत अरुण बाबा ने बताया कि इस बार कोरोना से बचाव को लेकर भीड़ कम करने के लिए बांस से महिला व पुरुष के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार तैयार किया गया है.
हर दिल समिति की ओर से बरात निकाली जायेगी. एक क्विंटल ईख के रस, 51 किलो दूध, 21 किलो दही, 11 किलो शहद से बाबा का रूद्राभिषेक व पूजन होगा. महंत विजयानंद शास्त्री ने बताया कि पूजन को लेकर मंदिर में विशेष व्यवस्था है.
बैलगाड़ी, घुड़सवार व भूत-पिशाच की झांकी के साथ निकलेगी बरात
एक दिल समिति की ओर से एक मार्च को चुनिहारी टोला स्थित राणी सती मंदिर से बाबा भोलेनाथ की भव्य बरात निकाली जायेगी. समिति के पदाधिकारी रोहित चौधरी ने बताया कि बरात में 20 घोड़े, नौ बैंड पार्टी, पांच बैलगाड़ी के साथ गणेश जी, पार्वती, शिव जी की प्रतिमा की झांकी सजायी जायेगी. शोभायात्रा की शुरुआत महाआरती कर होगी.
शहर के शिवालयों में विविध आयोजन सार्वजनिक बाबा वेलानाथ महादेव मंदिर समिति की ओर से सालेहपुर स्थित महादेव मंदिर परिसर में महाशिवरात्रि होगा. शिव पार्वती मंदिर विकास समिति की ओर से बसंतपुर में भी महाशिवरात्रि का आयोजन किया जायेगा. पुल घाट से बड़ गाछ चौक तक बरात शोभायात्रा निकाली जायेगी. कुतुबगंज स्थित महादेव तालाब मंदिर में महाशिवरात्रि पर विशेष पूजा होगी.
महाशिवरात्रि एक मार्च को धनिष्ठा नक्षत्र में परिघ योग रहेगा. धनिष्ठा के बाद शतभिषा नक्षत्र रहेगा. परिघ के बाद शिव योग रहेगा. सूर्य और चंद्र कुंभ राशि में रहेगा. इसे खास संयोग माना गया है. महाशिवरात्रि के एक दिन पहले बारिश की संभावना दिख रही है, जो भगवान शिव व माता पार्वती के विवाह का स्वागत होगा. इसे शुभ माना गया है. पंडित सौरभ मिश्रा ने बताया कि फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है.
इस बार मंगलवार एक मार्च को महाशिवरात्रि खास योग के साथ होगी. एक मार्च को महाशिवरात्रि सुबह 03 बजकर 16 मिनट से शुरू होकर बुधवार दो मार्च को सुबह 10 बजे तक रहेगी. रात्रि में पूजन का शुभ समय शाम 06 बजकर 22 मिनट से शुरू होकर रात 12 बज कर 33 मिनट तक है. महाशिवरात्रि चार पहर की पूजा होती है.