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भागलपुर. पिछले पांच सालों में विक्रमशिला सेतु सहित भागलपुर जिला के अलग अलग हिस्सों में जाम में फंसने की वजह से आधा दर्जन से अधिक मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं. जाम की वजह से हुई सड़क दुर्घटनाओं में पिछले तीन सालों में तीन दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. जाम में फंसने की वजह से कई की परीक्षा छूटी है, यात्रियों की ट्रेनें, बसें और फ्लाइट मिस हो चुकी हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 3, 2020 7:19 AM

भागलपुर. पिछले पांच सालों में विक्रमशिला सेतु सहित भागलपुर जिला के अलग अलग हिस्सों में जाम में फंसने की वजह से आधा दर्जन से अधिक मरीज अपनी जान गंवा चुके हैं. जाम की वजह से हुई सड़क दुर्घटनाओं में पिछले तीन सालों में तीन दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. जाम में फंसने की वजह से कई की परीक्षा छूटी है, यात्रियों की ट्रेनें, बसें और फ्लाइट मिस हो चुकी हैं.

पांच वर्ष में जिला में नयी सड़क के नाम पर केवल एक बाइपास

विगत पांच वर्ष में जिला में नयी सड़क के नाम पर केवल एक बाइपास है. वो भी जर्जर हालत में है. खराब होनेवाले वाहनों को हटाने के लिए उच्च क्षमतावाले क्रेन की मांग को लेकर जिला पुलिस द्वारा करीब आधा दर्जन बार जिला प्रशासन और सरकार को प्रस्ताव भेजा जा चुका है. लेकिन इस पर कुछ नहीं हुआ.

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि…

जिला में मुख्य मार्गों पर मौजूद संकरे पुल-पुलिया को आज तक चौड़ा नहीं किया गया. पुलिस के स्तर पर दिये जाने वाले आदेश और निर्देश की कुछ ही दिनों में निचले स्तर के पदाधिकारी हवा निकाल देते हैं. इधर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वह अपने स्तर से जाम से निजात के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं. बाइपास पर जाम न लगे और वाहनों को रेगुलेट किया जा सके इसके लिए अलग से बाइपास टीओपी थाना का निर्माण किया गया है. जाम हटाने के लिए अलग से बल मुहैया कराये गये हैं. जिला पुलिस के पास संसाधनों की कमी को लेकर जिला प्रशासन और राज्य सरकार को पूर्व में भी प्रस्ताव भेजा गया है. इसके लिये रिमाइंडर भी भेजा जायेगा.

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